
महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के बाद अब माननीयों को उनका आवास मिलना शुरू हो गया है. उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री आवास ‘वर्षा’ आवंटित हुआ है लेकिन इससे इतर जो बंगला एनसीपी नेता और मंत्री छगन भुजबल को मिला है उसने सुर्खियां बटोर ली हैं. दरअसल, इस बंगले को लेकर कहा जाता है कि जो मंत्री इस बंगले में रहता है उसकी कुर्सी चली जाती है. खुद छगन भुजबल भी इसका शिकार हो चुके हैं.
सोमवार को आई बंगलों की लिस्ट के अनुसार, छगन भुजबल को ‘रामटेक’ बंगला मिला है. मंत्री रहते हुए वह इस बंगले में काफी समय तक रहे लेकिन फिर उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, फिर पहले पद गया और बाद में बंगला गया.
उसके बाद ये बंगला भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के पास गया लेकिन कुछ ही समय के बाद उनके हाथ से भी निकल गया. जिसके बाद बीजेपी के ही एकनाथ खडसे मंत्री बने, लेकिन उनपर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग गए और पद से इस्तीफा दे दिया.
यही कारण रहा कि एकनाथ खडसे को भी बंगला खाली करना पड़ा. बताया जा रहा है कि ‘रामटेक’ बंगला पिछले काफी समय से खाली पड़ा था क्योंकि कोई मंत्री यहां शिफ्ट नहीं होना चाहता था. हालांकि अब एक लंबे समय के बाद छगन भुजबल की यहां पर वापसी हो ही रही है.
किसको मिला कौन-सा बंगला?
बता दें कि सोमवार को हुए बंगलों के आवंटन में अभी चार ही बंगलों को दिया गया है. इनमें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को वर्षा, कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल को रामटेक, जयंत पाटिल को सेवा सदन मिला है.
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री और अब विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को बतौर विपक्षी नेता बी-4 बंगला मिला है, लेकिन वह यहां नहीं रहेंगे. देवेंद्र फडणवीस मालाबार हिल्स में ही रहेंगे. माना जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस चाहते थे कि उन्हें कोई ऐसा बंगला मिले, जो उनकी बेटी के स्कूल और पत्नी के ऑफिस के पास हो लेकिन ऐसा नहीं हो सका.