
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी में बातचीत जारी है. इस बीच तीनों ही पार्टियों ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (CMP) का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है. किसान कर्जमाफी, रोजगार, फसल बीमा योजना की समीक्षा, छत्रपति शिवाजी महाराज और बीआर अंबेडकर स्मारक जैसे मुद्दों पर तीनों ही पार्टियों में सहमति बनी. अब ये ड्राफ्ट तीनों ही पार्टियों के अध्यक्ष को भेजा जाएगा. पार्टी अध्यक्षों से हरी झंडी मिलने के बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है.
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ गठबंधन पर चर्चा करने के लिए बुधवार को कांग्रेस व शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) को अंतिम रूप देने के लिए एक कमेटी बनाने का फैसला किया था.
कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, राज्य इकाई के प्रमुख बालासाहेब थोरात, माणिकराव ठाकरे व विजय वडेट्टीवार को कमेटी में नामित किया था, जबकि राकांपा ने कमेटी में जयंत पाटील, अजीत पवार, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे और नवाब मलिक को शामिल किया था.
न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा के लिए कमेटी के गठन का फैसला वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल द्वारा मंगलवार को शरद पवार के साथ मुंबई में हुई बैठक के दौरान लिया गया था.
उल्लेखनीय है कि भाजपा-शिवसेना ने गठबंधन के तहत 21 अक्टूबर का विधानसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग करने के बाद गठबंधन टूट गया. भाजपा ने शिवसेना के रोटेशनल मुख्यमंत्री पद की मांग को ठुकरा दिया.
इस बीच राज्यपाल ने भगत सिंह कोश्यारी ने बारी-बारी से भाजपा, शिवसेना और एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया. अंतत: सरकार बनाने की स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर महाराष्ट्र में मंगलवार शाम राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया और विधानसभा को निलंबित कर दिया गया.