
महाराष्ट्र सरकार केंद्र की मोदी सरकार की तर्ज पर 7 नए मंत्रालय बनाएगी. यह अतिरिक्त सात मंत्रालय एक तरह से उन नेताओं को भी संतुष्ट करेगा जो विभाग बंटवारे से नाखुश हैं. ठाकरे सरकार आयुष मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, कृषि और शिक्षा प्रौद्योगिकी मंत्रालय, तीर्थ विकास मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, गरीबी उन्मूलन मंत्रालय बनाएगी.
मालूम हो कि महाराष्ट्र में 30 दिसंबर को कैबिनेट विस्तार के 4 जनवरी को महा विकास अघाड़ी के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंत्रियों को विभाग बांटे. उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार नए वित्त मंत्री हैं और एनसीपी के एक अन्य नेता अनिल देशमुख को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई.
एनसीपी नेताओं को मिला विभाग-
अनिल देशमुख - गृह विभाग
अजित पवार - वित्त व नियोजन
जयंत पाटिल - जल संसाधन (सिंचाई)
छगन भुजबल - फूड और सिविल सप्लाई
दिलिप वाल्से पाटिल- एक्साइज एंड लेबर
जितेंद्र अवहाद - आवास
राजेश तोपे - स्वास्थ्य
राजेंद्र शिंगने - खाद्य एवं औषधि प्रशासन
धनंजय मुंडे - सामाजिक न्याय
कांग्रेस के नेताओं को मिला विभाग-
नितिन राउत - ऊर्जा
बालासाहेब थोराट - राजस्व
वर्षा गायकवाड़ - स्कूली शिक्षा
यशोमति ठाकुर - महिला और बाल कल्याण
केसी पाडवी - आदिवासी विकास
सुनील केदार - डेयरी विकास व पशुसंवर्धन
विजय वड्डेटीवार - ओबीसी कल्याण
असलम शेख - कपड़ा, बंदरगाह
अमित देशमुख - स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कृति
शिवसेना के मंत्री और उनके विभाग-
आदित्य ठाकरे - पर्यावरण, पर्यटन
एकनाथ शिंदे - नगरविकास (MSRDC)
सुभाष देसाई - उद्योग
संजय राठोड़ - वन
दादा भुसे - कृषि
अनिल परब - परिवहन,संसदीय कार्य
संदीपान भुमरे - रोजगार हमी (EGS)
शंकरराव गडाख - जल संरक्षण
उदय सामंत - उच्च व तकनीकी शिक्षा
गुलाब राव पाटिल - जलापूर्ति
बता दें कि नवंबर में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. वहीं उनके साथ कांग्रेस के दो विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी.