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आज के दिन मिली थी महात्मा गांधी को सजा

आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों ने आज ही के दिन सविनय अवज्ञा के लिए महात्मा गांधी को गिरफ्तार किया था.

महात्मा गांधी महात्मा गांधी

भारत के राष्ट्र पिता महात्मा गांधी न केवल देश के लिए बल्क‍ि दूसरे देशों के लिए एक मिसाल हैं. जिस तरह बिना हिंसा किए ही उन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी वह दुनियाभर के लोगों के लिए नजीर बन गई.

- गांजी जी कहते थे कि आप एक अलग तरह के इंसान हैं, मैंने हमेशा ऐसा बनने की कोशिश की है और कर रहा हूं.

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साधारण सी लड़की जो बन गई 'मिसाल'

- यही वजह है कि उन्होंने अपने देश से अंग्रेजों को भगाने के लिए भी सविनय का रास्ता अपनाया.

- आजादी आंदोलन के दौरान साल 1922 में 18 मार्च को यानी आज ही के दिन गांधी जी को सविनय अवज्ञा के लिए गिरफ्तार किया गया था.

'तुम मत आओ, मैं संभाल लूंगा' बोलकर कह गए अलविदा

- गांधी जी को यंग इंडिया में तीन आर्टिकल लिखने के आरोप में गिरफ्तार कर 6 साल की सजा सुनाई गई. ये सजा 18 मार्च से शुरू हुई.

- टैंपरिंग विद लॉयलिटी, शेकिंग द मेंस और अटैंप्ट टू एक्साइट डिसएफैक्शन लेख पर उन्हें ब्रिटिश सरकार ने आरोपी बनाया था.

- पथरी के कारण महात्मा गांधी को दो साल के अंदर ही रिहा कर दिया गया.

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- इस जेल यात्रा के दौरान उन्होंने अपनी आत्मकथा का पहला भाग लिखा था.

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