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इस काम के लिए मलाला यूसुफजई को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने किया सम्मानित

मलाला युसूफजई को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने किया सम्मानित.....  जानें- उनके बारे में

 Malala Yousafzai (Photo: twitter) Malala Yousafzai (Photo: twitter)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 11:42 AM IST

नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के उनके वैश्विक कार्य के लिए सम्मानित किया है. 21 वर्षीय मलाला को लड़कियों को 12 साल की मुफ्त, गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित शिक्षा से लैस करने के लिए हार्वर्ड केनेडी स्कूल में सार्वजनिक नेतृत्व केंद्र से गुरुवार को 2018 ग्लीट्समैन पुरस्कार प्राप्त हुआ.

एनबीसी टीवी नेटवर्क के अनुसार, हार्वर्ड केनेडी स्कूल में एक सार्वजनिक समारोह में मलाला को यह पुरस्कार प्रदान किया गया. साल 2014 में मलाला को बच्चों के अधिकारों के लिए प्रयास करने को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली वह सबसे कम उम्र की विजेता रहीं.

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अक्टूबर 2012 में जब वह पाकिस्तान की स्वात घाटी के अपने स्कूल से लौट रही थीं, तब तालिबान बंदूकधारियों ने उन्हें गोली मार दी थी.  मलाला अब इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की छात्रा हैं.

आओ सुनाएं तुम्‍हें मलाला की कहानी...

कौन हैं मलाला यूसुफजई?

मलाला का जन्म 1997 में पाकिस्तान के खैबर पख्‍तूनख्‍वा प्रांत की स्वात घाटी में हुआ. मलाला के पिता का नाम जियाउद्दीन यूसुफजई है. साल 2007 से मई 2009 तक स्वात घाटी पर तालिबानियों ने खूब आतंक मचा रखा था. तालिबान आतंकियों के डर से लड़कियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया था.

मलाला पर तालिबानी हमला

2012 को तालिबानी आतंकी उस बस पर सवार हो गए, जिसमें मलाला अपने साथियों के साथ स्कूल जाती थीं. उनमें से एक ने बस में पूछा, ‘मलाला कौन है?’ सभी खामोश रहे लेकिन उनकी निगाह मलाला की ओर घूम गईं. इससे आतंकियों को पता चल गया कि मलाला कौन है. उन्होंने मलाला पर एक गोली चलाई जो उसके सिर में जा लगी.

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जानें कौन हैं मलाला यूसुफजई, क्यों होना पड़ा था तालिबानी गोली का शिकार...

कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं मलाला

मलाला अंतरराष्‍ट्रीय बाल शांति पुरस्कार, पाकिस्तान का राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार (2011) के अलावा कई बड़े सम्मान मलाला के नाम दर्ज होने लगे. 2012 में सबसे अधिक प्रचलित शख्सियतों में पाकिस्तान की इस बहादुर बाला मलाला युसूफजई के नाम रहा. लड़कियों की शिक्षा के अधिकार की लड़ाई लड़ने वाली साहसी मलाला यूसुफजई की बहादुरी के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा मलाला के 16वें जन्मदिन पर 12 जुलाई को मलाला दिवस घोषित किया गया. मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

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