
छत्तीसगढ़ में बढ़ते मलेरिया के प्रकोप के बाद राज्य शासन ने सभी जिला अधिकारियों को मलेरिया से निपटने के लिए उचित प्रबंध करने का निर्देश दिया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में मलेरिया के प्रकोप की सूचनाओं के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने कहा कि सिंह ने राज्य में मलेरिया के प्रकोप की सूचनाओं को गंभीरता से लिया है. उन्होंने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और वहां मलेरिया पीड़ितों के इलाज की समुचित व्यवस्था सहित बीमारी की रोकथाम के हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव जिले के कलेक्टर सिद्धार्थ कोमल परदेशी से जिले में मलेरिया की स्थिति के बारे में जानकारी ली और प्रभावित गांवों में विशेष चिकित्सा शिविर लगाने का भी निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने प्रभावित गांवों सहित जिले के सभी क्षेत्रों में सतर्कता की दृष्टि से मच्छर नाशक रसायन डी.डी.टी. इत्यादि का भी छिड़काव करने का निर्देश दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजनांदगांव कलेक्टर ने जिले के मोहला विकासखण्ड के मलेरिया प्रभावित गांव गोटाटोला, शेरपार, बीरसिंग टोला और कुम्हली का दौरा किया, साथ ही गोटाटोला के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित शेरपार, कुम्हली तथा बीरसिंग टोला में लगाए गए विशेष चिकित्सा शिविरों का भी निरीक्षण किया.