
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि उन्होंने यहां प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक में राजनीति नहीं विकास पर चर्चा की. तृणमूल कांग्रेस नेता की प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात ऐसे समय हुई है जब विपक्ष आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिये एक सर्वसम्मत उम्मीदवार के लिये कोशिश कर रहा है.
सत्तारूढ़ राजग को अभी अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का ऐलान करना है. ममता ने संवाददाताओं को बताया, यह एक राजनीतिक बैठक नहीं थी बल्कि पूरी तरह से विकास परक बैठक थी. मैंने प्रधानमंत्री के समक्ष कई मुद्दे उठाए.
उन्होंने इसे राज्य सरकार और केंद्र के बीच रस्मी मुलाकात बताया. मोदी के नोटबंदी अभियान की धुर विरोधी रहीं ममता ने कहा कि उन्होंने राज्य में गंगा द्वारा हो रहे भू-क्षरण और राज्य के कर्ज के पुनर्निर्धारण समेत कई मुद्दों पर चर्चा की.
इसी दौरान ममता बनर्जी ने यह भी कहा, ' पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय एपीजे अब्दुल कलाम सर्वसम्मति से उम्मीदवार थे. अगर इस बार भी ऐसा ही होता है तो अच्छी बात होगी. हमें खुशी होगी.’
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की तरफ से किसी ऐसे उम्मीदवाद को उतारा जाना चाहिए जिसे लेकर सबके बीच सहमति हो. जैसे पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय एपीजे अब्दुल कलाम को लेकर थी.
एक तरफ विपक्ष आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए साझा उम्मीदवार खड़ा करने की कोशिश में है. ऐसे वक्त में ममता बनर्जी का पीएम से मिलना कई राजनीतिक कयासों को भी जन्म दे रहा है. हालांकि समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की पीएम से मुलाकात का एजेंडा वित्तीय संकट और गंगा के कटाव जैसे मुद्दे हैं.
खबर यह भी है कि पीएम से मिलने के बाद ममता बनर्जी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल सकती हैं.
दिल्ली रवानगी से पहले कोलकाता में ममता ने कहा था कि 'मैं गंगा में कटाव की समस्या पर चर्चा करूंगी और इस समस्या से निपटने के लिए धन की मांग करूंगी. ममता लंबे समय से प्रदेश के लिए कर्ज माफी की मांग कर रही हैं.'