
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से संबंधित एक कार्टून इंटरनेट पर डालने के मामले में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहा अंबिकेश महापात्रा ने खुद की जान को खतरा बताया है.
जादवपुर विश्वविद्यालय में रसायनशास्त्र के प्रोफेसर ने आरोप लगाया कि कार्टून डालने के कारण गुरूवार की रात तृणमूल कांग्रेस के 15 समर्थकों पर उनके साथ र्दुव्यवहार किया.
उन्होंने कहा कि मैं अपनी सुरक्षा को लेकर खतरा महसूस कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि जब मैं विश्वविद्यालय से वापस आ रहा था तो करीब 15 लोगों ने मेरा पीछा किया और मुझसे पूछा कि मैंने यह मैसेज क्यों भेजा था. मुझे खींचकर वे कार्यालय ले गए. महापात्रा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने उन्हें एक कार्टून दिखाया और अपनी नेता (बनर्जी) के प्रति असम्मान दिखाने का आरोप लगाया.
प्रोफेसर ने कहा कि उन्होंने कहा कि मैं माकपा का कार्यकर्ता हूं, उन्होंने मेरी पिटाई की. मैं बहुत डरा हुआ था. मैंने उनसे कहा कि तस्वीर भेजने के लिए मैंने पहले ही माफी मांग ली है. यह एक कार्टून है. यह एक मजाक था और उसे उसी तरह लेना चाहिए था.
प्रोफेसर की शिकायत के बाद चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. उनकी पहचान अमित सरदार, अरुप मुखर्जी, एस के मुस्तफा और निशिकांत घोरोई के तौर पर हुयी. बाद में चारों को अलीपुर अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जमानत दे दी गयी.
महापात्रा ने पुलिस को अपनी शिकायत में लिखा है कि कृपया मुझे सुरक्षा मुहैया करायी जाए. सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक कार्टून पोस्ट करने के आरोप में महापात्रा और उनके पड़ोसी सुब्रत सेनगुप्ता को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था.