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भालू ने किया वृद्ध पर हमला, खूनी संघर्ष में दोनों की गई जान

रजगमार के जंगल से ये लच्छी सिंह नाम का ये शख्स गुजर रहा था, तभी भालू ने उस पर हमला कर दिया. भालू ने नुकीले पंजों से लच्छी सिंह पर वार किए. लच्छी सिंह ने भी पूरी दिलेरी से भालू का सामना किया.

पत्थरों के वार से भालू की दोनों आंखें भी फूटी हुई थीं पत्थरों के वार से भालू की दोनों आंखें भी फूटी हुई थीं
सुनील नामदेव
  • कोरबा,
  • 22 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 9:53 PM IST

छत्तीसगढ़ के कोरबा के जंगल में 65 वर्षीय शख्स और एक भालू के बीच खूनी संघर्ष का मामला सामने आया है. रजगमार के जंगल से ये लच्छी सिंह नाम का ये शख्स गुजर रहा था, तभी भालू ने उस पर हमला कर दिया. भालू ने नुकीले पंजों से लच्छी सिंह पर वार किए. लच्छी सिंह ने भी पूरी दिलेरी से भालू का सामना किया. लच्छी सिंह ने सड़क किनारे पड़े पत्थरों को ही अपना हथियार बना लिया. दोनों के बीच खूनी संघर्ष आधा घंटा चलता रहा, जिसके बाद लच्छी सिंह ने दम तोड़ दिया, तो वहीं कुछ देर बाद भालू की भी मौत हो गई.

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बताया जा रहा है कि रजगमार चौकी क्षेत्र के डुमरडीह में रहने वाला लच्छी सिंह बीते 10 दिन से लापता था. घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दे रखी थी. पुलिस इसकी जांच कर रही थी. पुलिस को यह पता चला था कि आखिरी बार लच्छी सिंह को रजगमार की पगडंडी पर देखा गया था. पुलिस ने मंगलवार को उसी दिशा में आगे बढ़ना शुरू किया तो भालूखोह के पास लच्छी सिंह की लाश मिली. पास में ही भालू भी मरा हुआ पड़ा था. पास ही पत्थर भी पड़े थे. पत्थरों के वार से भालू की दोनों आंखें भी फूटी हुई थीं.

बता दें कि कोरबा के जंगल में भालुओं की खासी संख्या पाई जाती है. अक्सर इंसानों का इनसे सामना होता रहता है. इससे पहले भालुओं के हमले में इंसानों की मौत के कई मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन ये पहला मौका है जब इंसान के साथ संघर्ष में किसी भालू की मौत हुई है. घटना घने जंगल के अंदर हुई इसलिए इसका कई दिन तक खुलासा नहीं हो सका.

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पुलिस ने लच्छी सिंह का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं भालू के शव को वन विभाग के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया.

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