
कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लखनऊ में रैली की. इस दौरान उन्होंने एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. हालांकि यहां एक ऐसा मौका भी देखने को मिला, जब प्रियंका गांधी की सुरक्षा में एक शख्स ने सेंध लगा दी.
दरअसल, प्रियंका पार्टी नेताओं के साथ मंच पर बैठी थी. तभी एक शख्स प्रियंका की तरफ सुरक्षा घेरा तोड़कर दौड़ता हुआ आया. इसके बाद प्रियंका के पास खड़े सुरक्षाकर्मी हरकत में आए और उसे रोकना चाहा. हालांकि प्रियंका ने ऐसा करने से मना कर दिया और उस शख्स से बात की और आखिर में उससे हाथ भी मिलाया.
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बीच शनिवार को केंद्र और राज्य में सत्तासीन बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि जिन्होंने आजादी के आंदोलन में कोई योगदान नहीं दिया, आज वे देशभक्त बनकर देश में भय फैला रहे हैं.
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प्रियंका ने कहा, एक दमनकारी विचारधारा है, आज भी हम उसी से लड़ रहे हैं, जिससे हम आजादी के समय लड़े थे. जिन्होंने आजादी के संघर्ष में कोई योगदान नहीं दिया वे देशभक्त बनकर देशभर में भय फैलाना चाहते हैं. देशभक्ति के नाम पर लोगों को डराया जा रहा है.
उन्होंने कहा, 'आज देश में वही शक्तियां सरकार चला रही हैं, जिनसे हमारी ऐतिहासिक टक्कर रही है. जब-जब देश में भय का माहौल फैलाया जाता है तब-तब कांग्रेस का कार्यकर्ता खड़ा होता है. हम अहिंसा की विचारधारा से उपजे हैं. इस समय देश देश संकट में है, आपने देखा कि पिछले दिनों में किस तरह की अराजकता फैली। संविधान के खिलाफ बने कानून के विरोध में देश के कोने-कोने में युवा आवाज उठा रहे हैं.'
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प्रियंका ने कहा, 'हमारे दिल में अहिंसा और करुणा है. कायर की पहचान हिंसा है. झूठ से देश ऊब चुका है. कायरता को देश पहचान रहा है. आवाज उठाने पर बच्चों को मार रहे हैं. पहले देश में एनआरसी की बात फैलाई, अब कह रहे हैं कि एनआरसी की चर्चा ही नहीं हुई.'
उन्होंने कहा, 'दूसरी पार्टियां सरकार से डर रही हैं, वे कुछ नहीं कह रही हैं. कांग्रेस को संघर्ष की चुनौती स्वीकार है. दमनकारी विचारधारा से टक्कर है. कार्यकर्ताओं के दिल में भय और हिंसा नहीं. उन्होंने कोई बलिदान नहीं दिया है.'