
राजस्थान के कोटा में एक व्यक्ति ने मंदिर में जहर खाकर खुदकुशी कर ली. स्थानीय लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक की पहचान कोटा से सटे बारां जिले में आंता के रहने वाले वीरेंद्र के रूप में की है. पुलिस ने मृतक की लाश पोस्टमार्टम के लिए भेज दी है और केस दर्ज कर मामले की पड़ताल में जुट गई है.
पुलिस ने बताया कि मृतक के पैंट की जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. पुलिस अब सुसाइड नोट में लिखी बातों के आधार पर खुदकुशी के इस केस को सुलझाने में जुट गई है. मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी राकेश सिंह ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और सुसाइड नोट में कहे गए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है.
पुलिस ने बताया कि मृतक ने सुसाइड नोट में खुदकुशी का जिम्मेदार मुख्य रूप से अपनी प्रेमिका और भंवर सिंह नाम के ASI को ठहराया है. पुलिस ने यह भी बताया कि मृतक का तृतीय श्रेणी के शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयन हो गया था और वह जल्द ही सरकारी नौकरी ज्वाइन करने वाला था.
सुसाइड नोट में युवक ने लिखा है कि गांव के कुछ लोग और ASI भंवर सिंह उसे परेशान कर रहे थे, जबकि उसकी कोई गलती नहीं थी. वहीं अपनी प्रेमिका के लिए उसने लिखा है कि वह पिछले कई साल से उस पर शादी का दबाव बना रही थी. लेकिन बाद में उसकी प्रेमिका ने अपने पिता से शिकायत कर दी कि वीरेंद्र उसे परेशान कर रहा था. युवक ने साथ ही लिखा है कि वह अपनी प्रेमिका के बिना जिंदा नहीं रह सकता.
सुसाइड नोट में लिखा है, 'मेरी बहन! मुझे माफ़ करना, मैं तेरी शादी में नहीं आ सका. मैंने xxx, yyy (दो व्यक्तियों के नाम) के साथ कोई मारपीट नहीं की. इन्होंने ASI भंवर सिंह के साथ मिलकर मुझे झूठा फंसाया है. इन सबको सजा जरूर मिलनी चाहिए. अब मुझसे और सहन नहीं होता. मैं सबको छोड़ कर जा रहा हूं. पहले तो जॉब नहीं मिली और जब मिली तो मुझ पर झूठा केस लगाकर फंसा दिया. मम्मी मुझे माफ़ कर देना, मैं तेरा सहारा नहीं बन सका.'