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असम: NRC का खौफ, ड्राफ्ट में नाम ना होने पर कैब ड्राइवर ने किया सुसाइड

हनीफ एनआरसी को लेकर कई दिनों से तनाव में था. वह अक्सर यह बात किया करता था कि यदि लिस्ट में हमारा नाम नहीं होगा तो क्या होगा.  वह पुलिस की गाड़ी को देखकर घबरा जाता था. घर से बाहर जाने में उसे इस बात से डर लगता था कि कहीं उसे पुलिस पकड़ ना ले. जब पुलिस की गाड़ी चली जाती थी तब वह घर लौटता था.

एनआरसी का खौफ. एनआरसी का खौफ.
आदित्य बिड़वई
  • सिलचर ,
  • 02 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 10:40 AM IST

असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) का पहला ड्राफ्ट जारी होते ही अजीबो-गरीब मामले सामने आ रहे हैं. लिस्ट में नाम ना होने पर जहां नेता तो परेशान है ही, बल्कि आम आदमी भी खौफ में है.

सोमवार को एक 40 वर्षीय कैब ड्राइवर ने केवल इसीलिए सुसाइड कर लिया, क्योंकि उसका एनआरसी ड्राफ्ट में नहीं था. मृतक की पहचान हनीफ खान के रूप में हुई है.

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सिलचर के रहने वाले हनीफ का शव काशिपुर में एक पेड़ से लटका हुआ मिला. उसकी पत्नी ने बताया कि हनीफ एनआरसी को लेकर कई दिनों से तनाव में था. वह अक्सर यह बात किया करता था कि यदि लिस्ट में हमारा नाम नहीं होगा तो क्या होगा.  

वह पुलिस की गाड़ी को देखकर घबरा जाता था. घर से बाहर जाने में उसे इस बात से डर लगता था कि कहीं उसे पुलिस पकड़ ना ले. जब पुलिस की गाड़ी चली जाती थी तब वह घर लौटता था.

चचहर के एसपी राकेश रौशन ने बताया कि, " हनीफ कई दिनों से डिप्रेशन में था. उसे किस कारण से सुसाइड किया है इसकी हम जांच कर रहे हैं. हनीफ के परिवार ने अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की है."

बता दें कि असम में रहने वाले भारतीय नागरिकों की पहचान के लिए उनका नाम इस रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है. यह कदम असम में अवैध रूप से बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालने के लिए किया गया है.

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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 31 दिसंबर को पहला ड्राफ्ट जारी किया गया. इस रजिस्टर में जिन आवेदकों के नाम शामिल नहीं किए गए हैं, उनकी अभी जांच चल रही है.

पहला ड्राफ्ट जारी होने से पहले ही सूबे में तनाव की आशंका जताई जा रही थी. जिसके मद्देनजर भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है या अलर्ट पर रखा गया है.

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