
मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक नाबालिग बच्ची से हैवानियत की हद पार कर हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस ने रिकॉर्ड 15 दिन के अंदर जांच पूरी कर कोर्ट के सामने चार्जशीट दाखिल कर दिया. पुलिस ने बताया कि चार्जशीट में दोनों आरोपियों के खिलाफ 100 साक्ष्य और 92 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं.
बच्ची की हालत खतरे से बाहर
इस मामले की जांच के लिए गठित SIT का नेतृत्व करने वाले सिटी सुपरिंटेंडेंट राकेश मोहन शुक्ला ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 363, 376(2) और 307 के तहत और POCSO ऐक्ट की धाराओं 5 और 6 के तहत चार्जशीट दाखिल किया गया है.
उन्होंने बताया कि मंदसौर गैंगरेप मामले में 350 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई है. पुलिस ने यह चार्जशीट अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीशा गुप्ता की अदालत में पेश की है.
यह है पूरा मामला
मंदसौर में 26 जून, 2018 को स्कूल के बाहर पिता का इंतजार कर रही दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची को दो अनजान शख्स बहला-फुसलाकर जंगलों की ओर ले गए. आरोपी ने लड्डू खिलाकर बच्ची को बहका लिया. जंगल में ले जाकर दोनों आरोपियों ने बच्ची के साथ बर्बरतापूर्वक गैंगरेप किया. गैंगरेप के बाद दोनों आरोपियों ने बच्ची के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं और उसे मरा समझकर स्कूल के पास ही झाड़ियों में फेंक दिया.
अगले दिन बच्ची गंभीर हालत में झाड़ियों में मिली, जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी और लोग रेप के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से इरफान नाम के पहले आरोपी को 27 जून को पकड़ लिया.
इरफान से पूछताछ के दौरान रेप की इस घिनौनी वारदात में आसिफ नाम के दूसरे आरोपी के शामिल होने की जानकारी सामने आई है. पुलिस ने 29 जून को आसिफ को भी गिरफ्तार कर लिया.
इस अमानवीय घटना के खिलाफ लोगों के गुस्से को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक कार्यक्रम के दौरान देश के चीफ जस्टिस से इस तरह के संवेदनशील मामलों में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट द्वारा तेज सुनवाई और फैसला लेने की अपील की.
साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर गैंगरेप मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाए जाने की घोषणा के साथ ही आरोपियों को फांसी दिए जाने की वकालत भी की है.