
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में पुलिस की गोलीबारी में हुए 5 किसानों की मौत के बाद से ही राज्य में हालात खराब हैं. पूरे राज्य में प्रदर्शनकारियों ने मंदसौर, देवास, नीमच समेत कई जिलों में तोड़फोड़ और पथराव किया. घटना के बाद से ही इसपर राजनीति गर्मा रही है, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी गुरुवार को मंदसौर पहुंचेंगे. राहुल को राज्य सरकार ने इजाजत नहीं दी है.
पूरे घटनाक्रम के दौरान कांग्रेस ने काफी आक्रामक रवैया अपनाया है. हिंसा के तुरंत बाद कांग्रेस ने अपने नेता अरुण यादव, म.प्र. में विपक्ष के नेता अजय सिंह और मीनाक्षी नटराजन को मंदसौर भेजा. वहीं इनके अलावा राज्य के तीन बड़े नेता दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मामले पर दिल्ली से पकड़ बनाई हुई थी. तीनों नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विटर के जरिए जमकर लताड़ लगाई.
ग्राउंड जीरो से गायब नेता
लेकिन इस सभी के बीच एक बड़ा सवाल यह है कि राज्य कांग्रेस के तीनों बड़े नेता ग्राउंड जीरों से गायब रहे हैं. कमलनाथ हाल ही में केदारनाथ, बद्रीनाथ यात्रा पर थे. लेकिन हिंसा के बाद दिल्ली लौट आए, उम्मीद है कि वे राहुल के साथ मंदसौर जाएं. वहीं दूसरी ओर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अभी तक हिंसा के बाद राज्य में नहीं गए हैं. उम्मीद है कि वे अगले एक-दो दिन में राज्य का दौरा करें.
विदेश रवाना हुए सिंधिया?
राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाने वाले और हर मौके पर उनके साथ दिखने वाले कांग्रेस के युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अभी तक गायब ही रहे हैं. सूत्रों की मानें तो सिंधिया 5 जून तक दिल्ली में ही थे, और मंगलवार शाम को विदेश रवाना हो गए हैं. जो कई सवाल खड़े करता है.
बता दें कि मंदसौर में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह तोड़फोड़ की, कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और पुलिस पर पथराव भी कर दिया. किसानों पर पुलिस फायरिंग को लेकर प्रदर्शनकारी इतने गुस्से में थे कि उन्होंने जिले के कलेक्टर स्वतंत्र सिंह के साथ भी धक्कामुक्की की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए. अपनी फसलों के लिए सही दाम सहित 20 सूत्री मांगों को लेकर राज्य में पिछले 1 जून से किसान आंदोलन कर रहे थे. इसी दौरान मंदसौर में विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया और यहां हुई गोलीबारी में 5 किसानों की मौत हो गई.