
महिला और बाल विकास मंत्रालय दफ्तरों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मामलों को लेकर गठित कमेटी की कार्यशाला आयोजित करने जा रहा है. पहली बार आयोजित इस कार्यशाला में यौन उत्पीड़न से जुड़े मामलों के लिए विभिन्न मंत्रालयों में गठित आंतरिक शिकायत समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक की जाएगी. इसमें लैंगिक भेदभाव और दफ्तरों में महिलाओं के उत्पीड़न पर चर्चा सत्र का भी आयोजन किया गया है.
मंत्रालय की इस बैठक में यह समीक्षा की जाएगी कि इन मामलों के लिए गठित आंतरिक शिकायत समिति कितनी प्रभावी ढंग से काम कर रही हैं. इसके साथ ही यौन उत्पीड़न की शिकायतों के निवारण की प्रक्रिया पर भी नजर डाली जाएगी और इसकी कमियों को दूर करने पर चर्चा की जाएगी.
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का दावा है कि यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, जिसमें महिला उत्पीड़न को लेकर आ रही शिकायतों पर चर्चा की जाएगी और उन शिकायतों का प्रभावी ढंग से निवारण करने पर जोर दिया जाएगा. महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी समय-समय पर इस बात पर चिंता जताती रही है कि दफ्तरों पर महिला उत्पीड़न की शिकायतें मिलती रहती हैं, जिसे दूर किए जाने की जरूरत है.