
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हुए प्रदर्शन के मामले में मंगलौर पुलिस ने केरल के साथ कर्नाटक के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को नोटिस भेजा है.
सूत्रों का कहना है कि कासरगोड और आसपास के रहने वाले करीब 2000 लोगों को पुलिस ने नोटिस भेजा है और उनसे पूछा है कि वह सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान आसपास क्यों मौजूद थे. इसके साथ ही कई सिम कार्ड मालिकों को भी नोटिस भेजा गया है.
नोटिस सभी सिम कार्ड मालिकों को जारी किया गया है. मंगलोर में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुआ था. कर्नाटक के तटीय इलाकों में बड़ी संख्या में प्रदर्शन हुआ था. इस दौरान करीब 15 किलोमीटर के दायरे में लोग उमड़े थे. कासरगोड़े केरल का सबसे उत्तरी भाग है.
इन धाराओं के तहत नोटिस हुआ जारी
दो राज्यों के बीच की यह सीमा बेहद विवादित है. तुलुंडू का यह सांस्कृतिक इलाका है. प्रदर्शनकारियों को भारतीय दंड सहिंता की धारा 143, 147, 188, 353, 322, 324, 427, 307, 120 ए, 149 और केएलडीपी की धारा 951 के तहत आरोप लगा है. इसके साथ ही सीआरपीसी की धारा 174 के तहत भी कार्रवाई की जाएगी.
कर्नाटक के मंगलोर में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई थी. दो प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद सरकार को आोलचनाओं का सामना करना पड़ा था. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कर्नाटक के बेंगलुरू, कलबुरगी और शिवमोगा में प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था.