
दिल्ली में प्रदूषण की मार के बीच सोमवार से ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू हो गया है. इस मसले पर दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह समस्या केवल दिल्ली की नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत की है और हम पराली जलना तो नहीं रोक सकते, लेकिन बाकी कोशिश कर रहे हैं.
आजतक से खास बातचीत में जब मनीष सिसोदिया से सवाल किया गया कि प्रदूषण से निपटने के लिए पहले कदम क्यों नहीं उठाए जाते हैं. इस पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि प्रदूषण के स्तर के तहत ही उससे बचाव के लिए कदम उठाए जाते हैं. सिसोदिया ने कहा कि ऑड-ईवन फॉर्मूला बहुत ही गंभीर परिस्थितियों में अपनाया जाता है और फिलहाल हालात बेहद गंभीर हैं, इसलिए ऑड-ईवन लागू किया गया है.
अगर आपके पास एंड्रॉएड फोन है तो यहां आपके आस-पास की हवा में प्रदूषण का हाल मिलेगा
टू-व्हीलर्स पर क्या बोले मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दोपहिया वाहनों की संख्या बहुत ज्यादा है. इसलिए जमीनी हकीकत को भी ध्यान में रखना पड़ता है. उन्होंने कहा कि अगर दोपहिया वाहनों पर भी पाबंदी लगा दी गई तो दिल्ली एक तरह से रुक जाएगी, जो नहीं किया जा सकता.
ऑड-ईवन फॉर्मूले पर विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि प्रदूषण पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह राजनीति के केंद्र में होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम लगातार कोशिश करते रहे हैं और 20 दिन पहले तक दिल्ली का प्रदूषण बेहद कम था. सिसोदिया ने कहा कि पराली का धुआं आते ही इसका ठीकरा दिल्ली पर थोपना सही नहीं है.
सिसोदिया ने ये भी कहा कि पिछली बार सीएनजी के स्टिकर लगाकर गलत तरीके से इस्तेमाल किए गए, इसलिए इस बार सीएनजी वाहनों को ऑड-ईवन के दायरे में लाया गया है.