
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार पर सीबीआई के छापेमारी पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन जब उनसे ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा साझा की गई जानकारी के बारे में सवाल किया गया तो वह पीसी बीच में ही छोड़कर भाग खड़े हुए.
छापे के बहाने पढ़ी गईं फाइलें
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि छापेमारी का बहाना करके सीबीआई ने केंद्र सरकार के इशारे पर मुख्यमंत्री दफ्तर में फाइलें खंगाली. उन्होंने ये भी कहा कि अगर इस छानबीन का मौजूदा सरकार से लेना देना नहीं है तो सरकार से जुड़ी फाइलें और रजिस्टर क्यों जब्त किए गए.
'केंद्र की गुलाम है CBI'
सिसोदिया ने सीबीआई और केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सीबीआई केंद्र सरकार की गुलाम है. साथ ही उन्होंने डीडीसीए की फाइलें पढ़े जाने का आरोप भी लगाया. उन्होंने सीबीआई की स्वायत्ता की बात भी की.
मई में ही खुल गई थी राजेंद्र कुमार की पोल
गौरतलब हो कि भारत में भ्रष्टाचार की गतिविधियों पर नजर रखने वाली ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने इस साल मई में चिट्ठी भेजकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके प्रधान सचिव आईएएस अफसर राजेन्द्र कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों की जानकारी दी थी. ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने केजरीवाल को पत्र भेजा था. इसकी कॉपी उपराज्यपाल नजीब जंग, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और चीफ विजिलेंस कमिश्नर को भी भेजी गई थी.