
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नक्शे कदम पर चलते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने शनिवार को अपने फेसबुक फॉलोअर्स के साथ चाय पर चर्चा की. 20 अप्रैल को मांझी पटना के गांधी मैदान में एक रैली करने जा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि अगर रैली में 5 लाख से कम भीड़ आई, तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
मांझी ने अपने फेसबुक पेज से जुड़े लोगों को अपने आवास पर आमंत्रित किया था और सब से बात की. तीन अलग-अलग नामों से कार्यक्रम रखे गए थे- टॉक विद मांझी, टी विद मांझी और snap विद मांझी. मांझी ने अपने फॉलोअर्स से बात ही नहीं की, उनके साथ सेल्फी भी ली और चाय भी पी.
पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने वालों में ज्यादातर स्टूडेंटस थे. मांझी के सामने कई तरह के सवाल रखे गए और उन्होंने सभी सवालों का काफी विस्तार से जवाब दिया. राजनितिक सवाल से लेकर सामाजिक मुद्दों, शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीति में भ्रष्टचार जैसे सभी मसलों पर सवाल पूछे गए. मांझी ने सभी सवालों का जवाब दिया. प्रेम का अर्थ भी समझाया. दलित राजनीति की आवश्यकता भी बताई.
एक सवाल के जवाब में मांझी ने अगले चुनाव में बिना किसी दल के साथ गठबंधन किए अकेले चुनाव लड़ने की बात कही. 70 फीसदी टिकट गरीबों को देने और 50 फीसदी युवाओं को अपने मंत्रिमंडल में जगह देने की बात कही. मांझी ने युवाओं से उनका साथ देने और उन पर भरोसा करने की अपील की. मांझी ने चाय पर चर्चा के दौरान ही दावा कि अगर उनकी पटना रैली में 5 लाख से कम भीड़ जुटी तो वे संन्यास ले लेंगे. यह देखना दिलचस्प रहेगा कि 20 अप्रैल की रैली में वो इतनी भीड़ कहां से जुटाएंगे.
मांझी ने कहा कि जिस तरह केजरीवाल और नरेंद्र मोदी को सोशल मीडिया के इस्तेमाल से काफी फायदा हुआ, मैं भी उसी तरह सोशल साइट्स के जरिए लोगों तक पहुंचना चाहता हूं.