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कुलभूषण जाधव मामले में भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी बढ़ती ही जा रही है. पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने इस मामले पर पाकिस्तान को चेतावनी दी है. पर्रिकर ने कहा है कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव के मामले में एक खतरनाक खेल, खेल रहा है.
पूर्व नौ सेना अधिकारी जाधव को जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की एक आर्मी कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है.
गोवा के मुख्यमंत्री ने दूरदर्शन को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि इस बहाने पाकिस्तान खतरनाक खेल की तरफ बढ़ रहा है. पाकिस्तान खुद को चाहे जैसा भी दिखाए लेकिन उसे समझना चाहिए कि यदि भारत ने जवाबी कार्रवाई शुरू की तो उसके पास मुकाबला करने की ताकत नहीं है.
पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा, 'हम शांतिप्रिय लोग हैं. हम किसी भी तरह का तनाव नहीं चाहते हैं इसलिए उन्हें जाधव को वापस भेज देना चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जाधव का अपहरण किया है. वे पाकिस्तान में नहीं, ईरान में थे.'
पर्रिकर के मुताबिक ईरान ने कहा है कि तालिबान ने उनका अपहरण किया और वह उन्हें पाकिस्तान ले गया. पाकिस्तान की कुछ न कुछ करते रहने की आदत है. उन्होंने आगे कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उचित जवाब दिया है कि यदि जाधव को पाकिस्तान फांसी पर लटकाता है तो भारत चुप नहीं बैठेगा.
क्या था पाक का दावा?
पाकिस्तान ने दावा किया था कि कुलभूषण जाधव ने कुबूल किया था कि वह रॉ के लिए काम करता है, और बलूचिस्तान में तैनात था. उनके अनुसार जाधव भारतीय नौसेना का सर्विंग अफसर है, इसे सीधे तौर पर रॉ चीफ हैंडल करते हैं. पाकिस्तान का दावा था कि वह 2022 में रिटायर होगा.
भारत ने खारिज किये थे आरोप
पाकिस्तान के दावे से उलट भारत ने सभी दावों को खारिज किया था. भारत ने कहा था कि वीडियो में जो भी जाधव बातें कर रहे हैं, उनमें कुछ भी सच्चाई नहीं है. जाधव का वीडियो में दिया गया बयान, दबाव में दिया गया बयान है. हालांकि भारत सरकार ने इस बात को कबूला था कि जाधव भारतीय नागरिक है और भारतीय नौसेना में काम कर चुका है.