
एक ओर जहां प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नोटबंदी की समस्याओं के लिए 50 दिनों तक बर्दाश्त करने की मियाद खत्म होती जा रही है. वहीं बीजेपी के दूसरे नेता इस जुगत में लगे हैं कि कैसे कैश पर लोगों की निर्भरता कम की जाए. उनका मानना है कि जब लोग कैश कम इस्तेमाल करेंगे तो अपने आप कैश की जरूरत कम हो जाएगी और बैंकों में भीड़ भी कम हो जाएगी.
प्रधानमंत्री मोदी के मैसेज को आम जन तक पहुंचाने के लिए बीजेपी के नेता नई-नई तरकीबें इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली बीजेपी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मनोज तिवारी मेट्रो की सवारी करने पहुंच गए. उनके मेट्रो सवारी का मकसद लोगों को कैशलेस सिस्टम से अवगत कराना था. वे मेट्रो में एक आम मुसाफिर की तरह सवार हुए और मेट्रो के दौड़ते ही अपना काम शुरू कर दिया. पहले मुसाफिरों का हाल-चाल पूछा, फिर नोटबंदी पर बात की और फिर असल मुद्दे पर आ गए. जेब से एटीएम कार्ड निकाला और कैश लेस होने के फायदे समझाने लगे. बीजेपी अध्यक्ष से ज्यादा वे भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार और गायक के तौर पर जाने जाते हैं. शायद यही वजह रही कि उन्हें अच्छा रिस्पांस मिला.
मनोज तिवारी ने लोगों को कार्ड पेमेंट के फायदे समझाए
मनोज तिवारी ने लोगों को बताया कि कैसे वो रोजमर्रा की छोटी छोटी जरूरतों के लिए कैश पर अपनी निर्भरता कम कर सकते हैं. कार्ड से भुगतान करने के फायदे भी गिनाए. वे कहते हैं कि कैश की किल्लत के दौर में एक तो नोटों की जरूरत नहीं होगी. दूसरे खर्चा भी सिस्टेमेटिक हो जाएगा.
तिवारी ने अपने साथ मेट्रो का सफर कर रहे लोगों को ई वॉलेट की नई सेवा के बारे में भी बताया और समझाया कि कैसे आसान तरीकों से वो अपने मोबाइल के जरिए ही सब्जी वाले से लेकर दूध और किराना का सामान खरीद सकते हैं.
मेट्रो स्टेशन दर स्टेशन आगे बढ़ती गई, तिवारी ने भी अपना एजेंडा हर आने वाले नए मुसाफिरों के सामने रखा. खास बात ये रही कि बैंकों की लाइन की तरह ही मेट्रो में भी नोटबंदी के फैसले को लोगों का समर्थन मिला, हालांकि लोग कैश नहीं मिलने की अपनी परेशानी बताना भी नहीं भूले. उन्होंने मेट्रो की गुड़गांव लाइन पर सुल्तानपुर से पटेल चौक तक सफर किया.