
गया रोडरेज केस में एमएलसी मनोरमा देवी अब भी फरार हैं. इस मामले में बिहार सरकार का जो रवैया है, उसे तो यही लग रहा है कि उसे बेल दिलवाकर ही मानेगी. शुक्रवार को बाकायदा मनोरमा देवी ने अग्रिम जमानत की अर्जी डाली है. इस पर सोमवार को सुनवाई होगी. हालांकि, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि मनोरमा देवी को सरेंडर कर देना चाहिए.
तेजस्वी ने कहा कि जांच में ये पता चला है कि इस मामले में अभियुक्त रॉकी यादव को बिना किसी वेरिफिकेशन के दिल्ली से हथियार का लाइसेंस मिल गया था. इस मामले में केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए कि ऐसा कैसे हो गया. बिहार सरकार ने भी इसकी जांच कराएगी कि उसे लाइसेंस कैसे मिला. मनोरमा देवी को पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी.
24 घंटे सुरक्षा करेगी पुलिस
मृतक आदित्य के परिवार के लोगों की जान का खतरा देखते हुए उनकी सुरक्षा में पुलिस ने दो जवान तैनात किए जान के बाद अब उसके उन तीन दोस्तों को भी सुरक्षा दी गई है, जो घटना के वक्त उसके साथ कार में थे. पुलिस के जवान इन सभी लोगों की 24 घंटे सुरक्षा करेंगे. उनकी सुरक्षा का अपडेट लगातार पुलिस मुख्यालय को दिया जाना है.
पुलिस की लापरवाही उजागर
पुलिस मृतक आदित्य के खून से सने कपड़े सड़क पर फेंके जाने की वजह से सवालों के घेरे में है. यह बात सामने आने के बाद जांच अधिकारी को नोटिस थमा दिया गया है. क्योंकि इन कपड़ों की फोरेंसिक जांच होनी चाहिए थी. इन्हें सबूत के तौर पर संभालकर रखा चाहिए था. खून से सने ये कपड़े सरकार और सिस्टम से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.