
मंथन आजतक 2017 के पहले सत्र 'कहां गया विपक्ष' में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन साहिल जोशी ने किया. इस सत्र में राज ठाकरे ने नोटबंदी, मोदी सरकार के कामकाज, गुजरात चुनाव, बीजेपी की रणनीति और भविष्य में विपक्ष की भूमिका सहित तमाम सवालों पर विस्तार से बात की.
दाऊद की गिरफ्तारी या कारगिल जैसा युद्ध है बीजेपी की स्ट्रैटेजी
सत्र की शुरुआत करते हुए साहिल जोशी ने पूछा कि आखिर उन्होंने हाल में बनाए अपने एक कार्टून में दाऊद इब्राहिम और नरेन्द्र मोदी को एक साथ क्यों दिखाया? राज ठाकरे ने कहा कि इस कार्टून के जरिए उनकी कोशिश एक व्यंग्य देने की थी. ठाकरे ने कहा कि उनकी जानकारी के मुताबिक 2019 चुनाव के लिए बीजेपी सरकार की तैयारी है कि वह दाऊद को पाकिस्तान से भारत लेकर आएंगे और दावा करेंगे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इतने दशकों के बाद उसे भारत लाने में सफलता पाई है.
राज ठाकरे ने बताया कि दरअसल दाऊद इब्राहिम खुद चाहता है कि वह भारत आ जाए. ऐसा इसलिए कि उसका स्वास्थ ठीक नहीं है और वह अपनी जिंदगी के आखिरी पल भारत में गुजारना चाहता है. ठाकरे ने कहा कि देश की मोदी सरकार इस सहारे 2019 का चुनाव निकालना चाहती है. यदि किसी कारण वह दाऊद को नहीं ला पाए तो उनकी कोशिश कोई दंगा या कारगिल जैसे युद्ध का सहारा लेते हुए जीत हासिल करने की कोशिश की जाएगी.
एंटी गुजराती नहीं लेकिन बुलेट ट्रेन की ईंट भी नहीं लगने दूंगा
राज ठाकरे से सवाल किया गया कि क्या वह बीते कुछ साल में एंटी गुजराती इमेज पर काम कर रहे हैं? आखिर क्यों वह बुलेट ट्रेन जैसे प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं? ठाकरे ने कहा कि देश में रेलवे की समस्या को दूर करने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की जरूरत है. इस पैसे से भारतीय रेल पूरी तरह से दुरुस्त हो सकती है. लिहाजा क्यों 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेकर मुंबई से अहमदाबाद के बीच याचायात खड़ा करने की कवायद की जा रही है.
ठाकरे ने कहा कि यदि अहमदाबाद को बुलेट ट्रेन की जरूरत है तो क्यों उसकी इस जरूरत के लिए पूरे देश को हाशिए पर रखा जाए. यह कर्ज का बोझ सिर्फ अहमदाबाद नहीं उठाएगा. इसका भार पूरे देश के ऊपर पड़ना तय है. ठाकरे ने कहा कि आखिर क्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार या महाराष्ट्र जैसे राज्य इस कर्ज के नीचे दबें. लिहाजा उनकी कोशिश होगी कि वह महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन की एक ईंट भी नहीं लगने देंगे.
नोटबंदी सिर्फ विपक्ष को कमजोर करने की साजिश
प्रधानमंत्री ने पिछले साल रात में 8 बजे टीवी पर आए और ऐलान कर दिया कि देश की सबसे महत्वपूर्ण करेंसी अब कागज का टुकड़ा बन चुकी है. इस फैसले के बाद अगले दिन बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतार लग गई. कई लोग इन कतारों में मर भी गए. लेकिन हकीकत देखिए कि देश में कहां-कहां कितनी बड़ी रकम बरामद की गई. ऐसे में इस नोटबंदी का क्या फायदा हुआ.
राज ठाकरे ने दावा किया कि उनकी जानकारी के मुताबिक मोदी सरकार ने अपनी जरूरत के लिए बड़ी मात्रा में नई करेंसी की प्रिंटिंग कराई है. इस नोटबंदी से कोशिश सिर्फ यह की गई कि विपक्ष के पास किसी तरह का फंड न रह जाए और वह बिना फंड के एक कमजोर विपक्ष ही बन कर रहे.
राज ठाकरे ने बीजेपी को लगातार मिल रही जीत पर सवाल उठाते हुए इसके लिए ईवीएम मशीन को भी कुछ हद तक जिम्मेदार माना. राज ठाकरे ने कहा कि ईवीएम मशीन प्लांटेड हैं ये थ्योरी भी चल रही है. दिल्ली की सरकार ने विधानसभा में मशीन हैक कर दिखाई थी. चुनाव आयोग हैकिंग साबित करने के लिए असली मशीन नहीं दे रहा है.
राज ठाकरे ने कहा कि रेलवे की पूरी समस्याएं ठीक करनी हैं तो काकोदकर समिति की रिपोर्ट के मुताबिक एक लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी. यानी जिस एक लाख करोड़ में पूरे देश की रेलवे ठीक हो सकती है उसे सिर्फ मुंबई-अहमदाबाद के रास्ते पर बुलेट ट्रेन में क्यों खर्च किया जा रहा है. बुलेट ट्रेन इसलिए होती है ताकि लंबा सफर कम समय में तय हो जाए जैसे कश्मीर से कन्याकुमारी, दिल्ली से मुंबई या चेन्नई. मुंबई-अहमदाबाद में ये जरूरी नहीं है लेकिन कुछ गुजराती लोगों के लिए एक लाख दस हजार करोड़ का कर्ज लिया जा रहा है जिसका ब्याज यूपी, कर्नाटक पंजाब जैसे राज्य क्यों चुकाएं भला.
राज ठाकरे ने कहा कि आज सोशल मीडिया बीजेपी सरकार के खिलाफ ज्यादा मुखर है. जिस सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके बीजेपी सत्ता में आई थी अब जब उसके ऊपर ये सब आ रहा है तो वो दमन के रास्ते पर है और मोदी सरकार के खिलाफ लिखने वालों पर एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. राज ठाकरे ने कहा कि रूलिंग पार्टी को आज दुश्मनों की जरूरत नहीं है वो अपने आप ही अपने लिए इतने गड्ढे खोदे रही है.