
झारखंड के गुमला जिले में सुरक्षा बलों को उस वक्त बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब उन्होंने एक मुठभेड़ के दौरान मोस्ट वॉन्टेड नक्सली नेता संजय यादव उर्फ मंत्री को मार गिराया. मारे गए नक्सली पर दस लाख रुपये का इनाम था.
गुमला के पुलिस अधीक्षक भीमसेन तुती ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक कुख्यात माओवादी केन्द्रपाड़ा के जंगलों में छिपा हुआ है. सूचना मिलते ही एक सहायक पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सीआरपीएफ 218 बटालियन और जिला पुलिस की एक टीम बनाई गई. जिसे मौके पर भेजा गया.
एसपी ने बताया कि सीआरपीएफ और पुलिस की टीम ने केन्द्रपाड़ा के जंगलों में जाकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया. इसी दौरान घने जंगल में अचानक नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाब में पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने भी गोलियां चलाई. दोनों तरफ से गोलीबारी होती रही.
जब नक्सलियों की तरफ से फायरिंग पूरी तरह रुक गई. तो सुरक्षा बलों ने इलाके में छानबीन की. सभी नक्सली वहां से भाग चुके थे लेकिन एक लाश वहां पड़ी हुई थी. मृतक माओवादी की पहचान संजय यादव उर्फ यतीन उर्फ मंत्री के रूप में हुई है. जो एक मोस्ट वॉन्टेड नक्सली था.
एसपी तुती के मुताबिक जब संयुक्त टीम ने मौके से एक कार्बाइन, एक पिस्तौल, 56 गोलियां, दो लाख रुपये नकद और भारी मात्रा में नक्सल साहित्य सहित अन्य सामान बरामद किया.
एसपी भीमसेन ने बताया कि संजय यादव उर्फ मंत्री भाकपा (माओवादी) के सब-जोनल कमांडरों का सचिव था. वह कई वारदातों में शामिल रहा था. पुलिस को काफी समय से उसकी तलाश थी. उस पर सरकार ने दस लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.