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फेसबुक पर अब फर्जी खबरें डालने वालों की खैर नहीं, ये है जकरबर्ग का प्लान

फेसबुक पर चल रही फर्जी और भ्रामक खबरों से निपटने के लिए फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कुछ प्लान बनाए हैं. जानिए क्या हैं मास्टर प्लान.

फेसबुक फाउंडर मार्क जकरबर्ग (फाइल फोटो) फेसबुक फाउंडर मार्क जकरबर्ग (फाइल फोटो)
Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 3:57 PM IST

सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक इन दिनों फेक न्यूज आर्टिकल्स की वजह से विवादों में है. अमेरिकी प्रेसिडेंट बराक ओबामा ने फेसबुक पर गलत न्यूज स्टोरी का जिक्र किया है, जिसके बाद फेसबुक हरकत में दिख रहा है. फेसबुक पर यह आरोप लग रहे हैं कि डोनल्ड ट्रंप की जीत के पीछे फेक न्यूज आर्टिकल्स का बड़ा सहयोग है.

जर्मनी के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी प्रेसिडेंट बराक ओबामा ने फेसबुक पर चल रही गलत और भ्रामक खबरों के बार में कहा, 'अगर हम तथ्यों और क्या सही है और क्या गलत को लेकर गंभीर नहीं हैं, अगर हम गंभीर और प्रोपगैंडा बहसों को अलग नहीं कर सकते, तो यह एक बड़ी समस्या है'

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ओबामा ने यह भी कहा है कि चाहे फेसबुक हो या टेलीवीजन हर जगह गलत जानकारियां बेहतर पैकेजिंग के साथ उपलब्ध हैं. अगर ऐसा रहा और सही गलत में फर्क नहीं हुआ तो हमें पता नहीं चलेगा कि हमें किसके खिलाफ लड़ना है और किसे बचाना है'

पानी सर से ऊपर जाता देख फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ने अपने फेसबुक पोस्ट पर इसके बारे में लिखा है.

उन्होंने इस बाता को माना है कि फेसबुक पर गलत न्यूज आर्टिकल्स और अफवाहें फैलाई जा रही हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि इसके लिए पहले से भी फेसबुक में कई ऑप्शन दिए गए हैं.

मार्क जकरबर्ग ने कहा है, 'हम इस मामले को गंभीरता से लेते हैं और लोगों को सही जानकारी पहुंचाना हमारा उद्देश्य है. हम काफी पहले से इस प्रॉब्लम को सुलझाने में गंभीरता से लगे हुए हैं. इसमें हमने प्रोग्रेस भी किया है, लेकिन अभी इसपर काफी काम होना बाकी है'

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मार्क जकरबर्ग ने इस समस्या को टेक्निकली और फिलॉस्फिकली जटिल माना है. क्योंकि अगर गलती से किसी सही कंटेंट को हमने हटा दिया तो उसकी वजह से लोग कंटेंट शेयर करने में झिझकेंगे. इसलिए हमें इसमें काफी सावधान रहना होता ताकि हम सही कंटेंट से कोई समझौता न हो.

फेसबुक को फाउंडर मार्क जकरबर्ग ने कुछ ऐसे प्रोजेक्टस के बारे में बताया है जिसे आने वाले दिनों में फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए कंपनी इस्तेमाल करेगी.

स्ट्रॉन्गर डिटेक्शन: इसके जरिए गलत जानकारी को छांटा जाएगा. टेक्निकल सिस्टम के जरिए लोगों द्वारा गलत बताए गए कंटेंट को अलग किया जा सकेगा.

ईजी रिपोर्टिंग: लोगों के लिए किसी गलत न्यूज आर्टिकल को रिपोर्ट यानी शिकायत करना आसान बनाया जाएगा.

थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन: कई संस्थान ऐसे हैं जो फैक्ट चेक करती हैं जिनके साथ मिल कर गलत जानकारियों को अलग किया जाएगा.

वॉर्निंग: फेसबुक पर शेयर की जाने वाली स्टोरी पर लेबल लगाया जाएगा ताकि लोगों को यह पता चले की इसे कितने लोगों ने गलत बताया है.

रिलेटेड आर्टिकल्स क्वॉलिटी: कंपनी न्यूज फीड में दी जानी वाली खबरों से जुड़ी खबरों की क्वॉलिटी पर भी ध्यान रखेगा.

फेक न्यूज को हटाया जाएगा: फेसबुक से पैसों से जुड़ी गलत खबरों को हटाया जाएगा. इसके अलावा ऐसे विज्ञापनों पर भी शिकंजा कसेगा जिसमें गलत जानकारियां होती हैं.

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सुनवाई होगी: कोर्ट वाली सुनवाई नहीं. फेसबुक पत्रकारों और दूसरे न्यूज कंपनियों के साथ लगातार काम करेगा ताकि न्यूज के फैक्ट्स पर ध्यान रखा जा सके.

मार्क जकरबर्ग ने अपने पोस्ट के आखिर में कहा है, 'इनमें से दिए गए कुछ आईडिया काम करेंगे और कुछ नहीं. लेकिन मैं आपको बता देना चाहता हूं कि हमने इसे हमेशा से गंभीतापूर्वक लिया है. हमें समझते हैं कि फेसबुक यूजर्स के लिए यह कितना महत्वपूर्ण है और हम इसे सही करने के लिए प्रतिबद्ध है'

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