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योगी से मिला आश्वासन तो अंतिम संस्कार को राजी हुआ शहीद का परिवार

भारत-पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा के पास मेंढर सेक्टर में शहीद हुए दो जवानों के शव मंगलवार को उनके घर पहुंचे. जब शहीद प्रेम सागर का शव देवरिया पहुंचा तो परिवार वालों की नाराजगी लगातार बढ़ती चली गई और उन्होंने अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया.

गुस्से में शहीद का परिवार गुस्से में शहीद का परिवार
शिवपूजन झा
  • लखनऊ,
  • 03 मई 2017,
  • अपडेटेड 1:45 AM IST

भारत-पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा के पास मेंढर सेक्टर में शहीद हुए दो जवानों के शव मंगलवार को उनके घर पहुंचे. जब शहीद प्रेम सागर का शव देवरिया पहुंचा तो परिवार वालों की नाराजगी लगातार बढ़ती चली गई और उन्होंने अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया. हालांकि मंगलवार रात कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही शहीद के घर गए और परिवार वालों के साथ बातचीत की. शाही ने शहीद के बेटे की बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी करवाई जिसके बाद परिवार वाले अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए.

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योगी ने दिया शहीद के घर आने का आश्वासन
आपको बता दें कि राज्य के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाह ने फोन के जरिए शहीद के बेटे की बाच मुख्यमंत्री से करवाई. बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने 13 दिन के अंदर गांव आने की बात कही. इसके अलावा गांव में पिता के नाम पर शहीद स्मारक बनाने की बेटे की मांग पर भी विचार करने का आश्वासन दिया.

भारत करारा जवाब देने में सक्षम
शाही ने आजतक से बातचीत के दौरान बताया कि शहीद का परिवार योगी से बात करना चाहता था. जब मैंने बात कराई तो वे मान गए. शाही ने कहा कि गांव में शहीद की याद में स्मारक बनाया जाएगा और मुख्यमंत्री खुद 13 दिन के भीतर शहीद के घर आएंगे. इसके अलावा शाही ने शहीद के परिवार को 26 लाख की सांत्वना राशि भी देने की बात कही. उन्होंने इस मौके पर कहा कि भारत करारा जवाब देने में सक्षम है और दे भी रहा है.

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वे योगी हैं, इसलिए भरोसा है
शहीद के बड़े बेटे ईश्वर चंद ने यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से बातचीत की. बातचीत के बाद उन्होंने कहा, "मैंने योगी जी से बात की और मैं संतुष्ट हूं. उन्होंने आने के लिए कहा है और मेरी नौकरी के लिए भी बात की. चूंकि वे एक योगी हैं, इसलिए मुझे उन पर भरोसा है."

ताबूत खुलवाना चाहता था परिवार
जानकारी के मुताबिक परिवार वालों ने ताबूत खोलने की मांग की थी. लेकिन शव क्षत-विक्षत होने के कारण ऐसा संभव नहीं था. इसके अलावा शहीद का परिवार सीएम योगी को देवरिया बुलाने पर अड़ा हुआ था. परिवार का कहना था कि योगी के आने तक अंतिम संस्कार नहीं होगा. शहीद के परिवार ने पाकिस्तान से बदला लेने का प्लान बताने की भी मांग की.

उमड़ा जनसैलाब
मंगलवार शाम देवरिया में शहीद प्रेम सागर के पार्थिव शरीर को देखने अपार जनसैलाब उमड़ा. यहां लोगों ने हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए.

रिजिजू ने दी थी श्रद्धांजलि
इससे पहले शहीद प्रेम सागर का शव पालम एयरपोर्ट पर पहुंचा. इस दौरान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू भी मौजूद रहे, उन्होंने वहां प्रेमसागर को श्रद्धांजलि दी.

प्रेमसागर के भाई ने की मोदी से अपील
हमले में शहीद हुए बीएसएफ के जवान प्रेम सागर के भाई ने कहा कि मेरा भाई शहीद हुआ है, हमें इस बात पर गर्व है. उनके भाई ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करना चाहूंगा, कि जैसे पाकिस्तान हमारे जवानों के साथ करता है वैसे ही हम भी उनके साथ करें.

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शहीद होने से पहले की थी पत्नी से बात
उत्तर प्रदेश के देवरिया निवासी 50 वर्षीय प्रेम सागर ने सोमवार सुबह ही अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी, और उन्होंने प्रेमसागर की तबीयत और ब्लड प्रेशर के बारे में पूछा था. लेकिन देर रात पता चला कि वह शहीद हो गये हैं.

गुस्से में गांव वाले
देवरिया में प्रेमसागर के परिवार वालों ने कहा कि दुख के साथ खुशी भी है कि हमारा भाई देश के लिए शहीद हुआ. अन्य गांव वालों ने भी कहा कि पीएम को पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन लेना चाहिए.

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