सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डायरेक्टर जनरल डीके पाठक ने दावा किया है कि उधमपुर आतंकी हमले में मारे गए आतंकी को बीएसएफ जवान ने ही मारा था.
इस मामले पर बीएसएफ और सीआरपीएफ में विवाद खड़ा होने के कुछ देर बाद ही डीके पाठक मीडिया के सामने आए और कहा कि इस बारे में कोई संशय नहीं है कि आतंकी को बीएसएफ ने मारा था. हालांकि सीआरपीएफ ने प्रेस रिलीज जारी करके दावा किया है कि उसके इंस्पेक्टर सुरेश शर्मा ने आतंकी को मारा.
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इस प्रेस रिलीज के मुताबिक, 'सुबह 7 से 7:20 के बीच उधमपुर में आतंकियों ने बीएसएफ के काफिले पर हमला किया. सीआरपीएएफ की क्विक एक्शन टीम के इंस्पेक्टर सुरेश शर्मा ने फायरिंग का कड़ा जवाब दिया और आतंकी को मार गिराया.'
उन्होंने कहा कि उधमपुर का वह इलाका सुरक्षित माना जाता है और वहां 20 साल से आतंकी हमला हुआ था. न ही हमले को लेकर कोई इनपुट था. बीएसएफ की बस में सिर्फ एक हथियारबंद जवान मौजूद था और उसी ने आतंकी को मार गिराया. अगर उस समय आतंकी न मारा जाता तो वह बड़ी तबाही मचा सकता था.
उन्होंने कहा, 'बस में 24 जवान थे. अगर शहीद रॉकी ने आतंकी को मार न गिराया होता तो उन सब जवानों की जान जा सकती थी.'
पाठक ने दावा किया कि इसके 25 मिनट के बाद दूसरी फोर्स मौके पर पहुंची. उन्होंने बताया कि जिंदा पकड़े गए आतंकी से पूछताछ जारी है.
एलओसी पर 200 से ज्यादा किलोमीटर की सीमा पर सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले बीएसएफ के डीजी ने बताया, 'हमारे दो जवान शहीद हो गए और 14 घायल हो गए. इनमें से एक की हालत बेहद गंभीर है.'
क्या आतंकी अपने पांव पसार रहे हैं, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'यह कहना अभी जल्दबाजी होगा.' गुरदासपुर आतंकी हमले पर भी टिप्पणी करने से उन्होंने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि इस पर संसद में बयान आ चुका है और उससे ज्यादा कुछ कहना ठीक नहीं है.