
पाकिस्तान का झंडा लहराने और पड़ोसी मुल्क के समर्थन में नारे लगाने को लेकर विवाद बढ़ते ही अलगाववादी नेता मसरत आलम के तेवर ठंडे पड़ गए हैं. बुधवार को 'बेफिक्र' अंदाज रखने वाले मसरत ने अब मामले में सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान का झंडा नहीं लहराया है और वह आगे कानून का पालन करेंगे.
गौरतलब है कि बुधवार को श्रीनगर में अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की रैली में मसरत आलम भी शामिल हुआ. रैली में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए और पड़ोसी मुल्क का झंडा भी लहराया गया. इतना ही नहीं, भीड़ ने वहां तैनात पुलिस बल की गाड़ियों पर पत्थर भी फेंके. विवाद बढ़ने पर देर शाम मसरत आलम, गिलानी समेत कई नेताओं के खिलाफ बड़गाम थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई.
मसरत की सफाई
मामले में गुरुवार को मसरत आलम ने सफाई दी है. आलम ने कहा, 'मैंने झंडा नहीं लहराया . वहां मौजूद कुछ लड़कों ने झंडा लहराया. ऐसा कहना गलत है कि मैंने ऐसा किया.' मसरत ने आगे कहा, 'रैली से घाटी की शांति पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. अगर सरकार मुझे गिरफ्तार करती है तो मैं कानून और उसकी प्रक्रिया का पालन करूंगा.' अलगाववादी नेता ने कहा कि वह गिलानी के 'त्राल चलो' का समर्थन करेंगे. मसरत ने कहा, 'अगर मैं खुद नहीं भी शामिल हो पाया तो हमारी पार्टी इसमें शरीक होगी.'
दिलचस्प यह है कि मसरत ने बुधवार शाम एफआईआर दर्ज होने के बाद बयान दिया था कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. मसरत ने कहा था, 'मेरे ऊपर कई मामले दर्ज हैं. एक और सही. मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.'
केंद्र की नाराजगी
मुफ्ती सरकार ने मसरत के खिलाफ कार्रवाई की बात की है, लेकिन केंद्र सरकार ने मामले में अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है. मुफ्ती सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का दौर भी जारी है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने मामले में प्रदेश सरकार से बात की है और कानूनन जो भी उचित होगा, उस लिहाज से कार्रवाई की मांग की है.