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अयोध्या फैसला: कृष्ण जन्मभूमि में शांति, न्यास ने कहा- अब सारे झगड़े खत्म

ईदगाह वाली गली में रहने वाले शम्सुद्दीन आलम कहते हैं कि अब दूसरे मुद्दों पर ध्यान देने का वक्त है. कोर्ट का फैसला सबको स्वीकार करना चाहिए. हिंदू और मुस्लिम अब ऐसे झगड़ों से उकता चुके हैं.

कृष्ण जन्मभूमि (फाइल फोटो) कृष्ण जन्मभूमि (फाइल फोटो)
अभि‍षेक आनंद
  • मथुरा,
  • 10 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 1:12 PM IST

  • अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मथुरा में शांति
  • कृष्ण जन्मभूमि न्यास ने कहा, अब सारे विवाद खत्म हो गए

अयोध्या के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कृष्ण जन्मभूमि मथुरा में स्वागत हुआ और न्यास ने कहा कि देश में अब हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच सारे विवाद खत्म हो गए. अयोध्या फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कृष्ण जन्मभूमि न्यास के सचिव कपिल शर्मा ने कहा कि यह सबको ध्यान में रख कर लिया गया फैसला है और सभी को इसे मानना चाहिए.

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उन्होंने आगे कहा कि मथुरा एक शांत नगर है और यहां कभी कोई विवाद नहीं है. अब हिंदू और मुस्लिम एक साथ मिलकर देश को आगे बढ़ाएंगे. अब इस फैसले के बाद दोनों समुदायों के बीच कोई खाई नहीं रहनी चाहिए. अब किसी भी पुराने मसले पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए. दरअसल, कृष्ण जन्मभूमि न्यास के पास पूरी प्रॉपर्टी का मालिकाना हक है . कागजों में हमेशा से पूरी प्रॉपर्टी, जिसमें मंदिर के साथ लगा हुआ ईदगाह भी है, न्यास की ही है इसलिए यहां कोई विवाद नहीं है.

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की पीठ ने शनिवार को रामलला विराजमान के पक्ष में फैसला सुनाते हुए राम मंदिर बनाने का रास्ता साफ किया और मुस्लिम पक्ष को भी पांच एकड़ जमीन अयोध्या में ही देने के लिए सरकार को आदेश दिया है.

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स्थानीय मथुरा निवासी भी कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते दिखे . कृष्ण जन्मभूमि के पास रेस्टोरेंट चलाने वाले श्यामा यादव कहते हैं कि मथुरावासियों ने हमेशा परिपक्वता का परिचय दिया है और यहां मंदिर में आरती और मस्जिद में अज़ान एक साथ होती आई है.

ईदगाह वाली गली में रहने वाले शम्सुद्दीन आलम कहते हैं कि अब दूसरे मुद्दों पर ध्यान देने का वक्त है. कोर्ट का फैसला सबको स्वीकार करना चाहिए. हिंदू और मुस्लिम अब ऐसे झगड़ों से उकता चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट का आभार जो इस सबसे पुराने विवाद को निपटा दिया. जो लोग अब भी इसका विरोध कर रहे हैं वे वो लोग हैं जिनकी राजनीति फूट डालने से चलती है.

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