
बसपा सुप्रीमो मायावती ने दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर बोलते हुए कहा कि जब बीजेपी सत्ता में होती है तो वह दलितों पर अत्याचार का राजनीतिकरण करती है, और कांग्रेस होती है तो वो भी यही करती है, लेकिन इस पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि दलितों पर अत्याचार लगातार हो रहे हैं, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिलता इसीलिए दलित दुखी हैं. मायावती ने दयाशंकर सिंह की टिप्पणी पर भी कहा कि बीजेपी खुद मुकदमा दर्ज कराती तो अच्छा होता. जानें मायावती द्वारा राज्यसभा में कहीं गई खास बातें...
1. बीजेपी ने दयाशंकर को निकालकर अच्छा काम किया.
2. बीजेपी खुद मुकदमा दर्ज कराती तो अच्छा होता.
3. देर रात तक हमने बीजेपी की ओर से एफआईआर दर्ज कराने का इंतजार किया पर उन्होंने ऐसा नहीं किया.
4. हमने फिर मजबूरी में उठाया यह कदम.
5. गौरक्षा की आड़ में दलितों के साथ हो रहा है अत्याचार.
6. गुजरात ही नहीं जहां जहां बीजेपी है, वहां वहां हो रहा है अत्याचार .
7. ऊना पर जिस तरह दलितों का शोषण किया गया वो बर्दाश्त के लायक नहीं.
8. सरकार गुजरात में दलितों का दमन करने के लिए कदम पर कदम उठाए जा रही है.
9. सीएम को ऊना भेजने से काम नहीं चलेगा.
10. जिन पुलिस अफसरों को सरकार ने निलंबित किया है उनको नौकरी से बर्खाश्त करके जेल भेजा जाए.
11. राजनाथजी जानते हैं कि सीआईडी जांच का क्या हश्र होता है. इसमें पीडि़तों को न्याय नहीं मिलता.
12. इस मामले की जल्द से जल्द चार्जशीट तैयार हो और इसे फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए सुना जाए.
13. इस मामले की सुनवाई में एक एससी जज जरूर होना चाहिए.
14. मैं चाहती हूं कि ये भी रोहित वेमुला कांड की तरह न बन जए.