Advertisement

मायावती ने कहा- इस बार नहीं बनेंगी मूर्तियां, गुंडाराज को करेंगे खत्म

गाजियाबाद रैली में मायावती ने कहा कि बीएसपी सरकार आने पर गन्ना किसानों को उचित दाम और व्यापारियों को सुरक्षा दी जाएगी. सपा सरकार में व्यापारी सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं. बीएसपी सरकार में व्यापारियों की सुरक्षा और समस्याओं के लिए अलग से विभाग बनाया जाएगा. हमारी सरकार गरीबों को सरकारी जमीन के पट्टे देगी.

गाजियाबाद में मायावती की रैली गाजियाबाद में मायावती की रैली
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • गाजियाबाद,
  • 07 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 5:51 PM IST

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मगंलवार को गाजियाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधिक किया. मायावती ने लोगों से कांग्रेस-सपा गठबंधन और भाजपा को अपना वोट ना देने की अपील की. उन्होंने कहा कि यहां दादरी की दर्दनाक घटना घटी, बुलंदशहर कांड हुआ, इन सबसे सपा सरकार से लोगों के मन में काफी डर है.

मायावती ने कहा कि सपा सरकार विकास और जनहित के जो काम गिना रही है, वो बसपा सरकार में ही पूरे कर दिए गए थे. सपा सरकार ने सभी वर्गों की हालत खराब कर दी है. कांग्रेस और भाजपा ने भी अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई. सपा पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि अखिलेश और मुलायम के खेमे आपस में एक-दूसरे को हराने की कोशिश करेंगे. अगर आप इन्हें वोट देते हैं तो वोट का नुकसान होगा क्योंकि इससे बीजेपी को फायदा को होगा, इसलिए अपना वोट बसपा को ही दें.

Advertisement

नोटबंदी के फैसले पर भी मायावती ने बीजेपी को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी की सरकार आते ही यहां गरीबों की हालत खराब हो जाएगी. गाजियाबाद रैली में मायवती ने विपक्षी दलों पर जमकर निशआ ना साधा.

मायावती के भाषण की मुख्य बातें:

1. सपा के 5 साल और केंद्र में मोदी सरकार के पौने तीन सालों के राज में किसान, कर्मचारी, व्यापारी और तमाम वर्गों के जन विरोधी फैसलों से जनता में नाराजगी है.

2. बीजेपी प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं पेश कर पाई. दागी चहरे के साथ कांग्रेस ने गठबंधन किया है. यूपी और केंद्र में कई सालों तक कांग्रेस ने राज किया है लेकिन अब कांग्रेस ऐसी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है जिसको जंगलराज के लिए जाना जाता है.

Advertisement

3. वर्तमान सपा सरकार अराजकता, भ्रष्टचार, गुंडागर्दी, सांप्रदायिक दंगे, महिला उत्पीड़न और जंगलराज वाली सरकार है. इनके शासनकाल में मुजफ्फरनगर समेत 500 छोटे-बड़े दंगे हुए. दादरी में दर्दनाक घटना, मथुरा में पुलिस वालों की जान गई, बुलंदशहर में गैंगरेप हुआ.

4. विकासे के आधे-अधूरे काम के प्रचार पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए. इस अपार धन को गरीबों के लिए खर्च किया जा सकता था.

5. सपा ने बीएसपी के शासन में हुए कामों का नाम चालाकी से बदला. मुलायम सिंह ने पुत्र मोह में अपने भाई शिवपाल का अपमान किया है, इसकी वजह से शिवपाल और उनके लोग अंदर-अंदर दूसरे खेमे को हराने का काम करेंगे. इनका बेस वोट भी दो खेमो में बंट जाएगा. अल्पसंख्यक समाज के लोग अगर सपा को देंगे तो इनका वोट बेकार चला जाएगा और सीधा फायदा बीजेपी को होगा. इसलिए अल्पसंख्यक समाज को अपना वोट उनकी एकमात्र हितैषी पार्टी बीएसपी को देना चाहिए. बीएसपी के बेस वोट में अल्पसंख्यक वोट जुड़ने से बीजेपी किसी कीमत पर नहीं जीत सकती.

6. बीजेपी ने विदेशों से कालाधन लाकर सभी को 15 लाख देने का चुनावी वायदा किया था. कर्ज में डूबे किसानों का कर्ज माफ करने का वादा भी किया था. इन्हीं वादों को इस बार चुनाव में भुनाने की कोशिश की जा रही है. केंद्र में सरकार बने इतना समय बीत गया. गरीबों को एक रुपया भी नहीं मिला औऱ ना ही किसानों का कर्ज माफ किया गया.

Advertisement

7. नोटबंदी से एक चौथाई काम भी पूरा नहीं हुआ. लोगों को गुमराह करने के लिए नाटकबाजी की है . देशहित से जोड़ कर नोटबंदी कर दी और ये फैसला जनता को दुख देने वाला रहा. इस फैसले से 90 फीसदी गरीब लोग उबर नहीं पाए है और कई लोग बेरोजगार हो गए हैं.

8. बीजेपी और पीएम मोदी ने नोटबंदी के फैसले से पहले 10 महीने पहले ही अपने नेताओं और बड़े पूंजीपतियों का कालाधन ठिकाने लगा दिया था. नोटबंदी का फैसला राजनीतिक फायदे और लोगों का ध्यान बांटने के लिए किया गया. बीजेपी ने ललित मोदी और विजय माल्या जैसे लोगों को बचाया.

9. बीजेपी सरकार में देश भर में दलित उत्पीड़न की कई घटनाएं हुईं. बीजेपी संविधान में मिले आरक्षण को भी खत्म और निष्प्रभावी बनाने के आरएसएस के एंजेंडे को आगे बढ़ा रही है. दलितों पर अत्याचार बढ़ा है.

10. बाबा साहब अंबेडकर जी के नाम पर स्मारक और कुछ मौकों पर इनका नाम लेने से और कांग्रेस की तरह दलितों के घर जाकर खाना खाने से इस समाज का पिछड़ापन दूर होने वाला नहीं है. सिर्फ मोदी जी की सहानुभूति से काम नहीं चलेगा बल्कि समाज के लोग आरोपियों पर कार्रवाई चाहते हैं.

11. अल्पसंख्यक होने का दर्जा छीना जा रहा है. ट्रिपल तलाक और सिविल कोड से हमारी पार्टी सहमत नहीं है. जानमाल और धर्म की सुरक्षा को लेकर यह लोग चिंतित रहते हैं. देशभक्ति, लव-जेहाद, गौरक्षा के नाम पर इन लोगों का शोषण किया जा रहा है. समाज के कई तबकों में भय व्याप्त है.

Advertisement

12. कांग्रेस की तरह बीजेपी की गलत नीतियों के कारण गरीब जनता परेशान हैं. उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने विकास की बजाए आरएसएस के एजेंडे पर सांप्रदायिक ताकतों को मजबूत करने का काम किया है.

13. केंद्र सरकार जब दिल्ली की कानून व्यवस्था को नही संभाल सकती है तो दिल्ली से भी बड़ी आबादी वाले यूपी को कैसे संभालेगी.

14. विपक्षी दल साम, दाम, दंड, भेद से चुनाव लड़ते हैं. विरोधियों की ओर से मीडिया मैनेज किया जा रहा है. लेकिन यूपी की जनता जबरदस्ती की हवा बनाने से भी गुमराह नही होगी और बीएसपी की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता.

15. ओपिनियन पोल में बीएसपी को कम आंका जा रहा है. 2007 के विधानसभा चुनाव में भी मीडिया और ओपोनियन पोल ने बीएसपी को तीसरे और चौथे नंबर पर दिखाया था लेकिन नतीजे आने के बाद ओपिनियन पोल की पोल खुल गई. यूपी में विरोधी पार्टियों की हालत खराब है. बीजेपी ने लोकसभा के चुनावी वादों को पूरा नहीं किया. नोटबंदी से लोग दुखी है और सपा के गुंडा राज से जनता दुखी है, इसके बावजूद मीडिया और ओपोनियन पोल इन पार्टियों को आगे दिखा रहे हैं. ये सब मैनेज किया गया है.

16. जनता को सर्वे और ओपोनियन पोल के झांसे में नहीं आना है. जनता को सावधानी बरतनी चाहिए, थोड़ी भी चूक कर दी तो सपा या बीजेपी की सरकार बन सकती है और तब लोगों की पीड़ा बढ़ जाएगी.

Advertisement

17. बाबा साहब के अथक प्रयासों से मिली आरक्षण जैसी सुविधाओं खत्म करने की कोशिश की जा रही है. बीजेपी और केंद्र की सरकार RSS के एजेंडे पर चलकर आरक्षण जैसी सुविधाओं को खत्म कर देगी.

18. बीएसपी की रैली में भीड़ देखकर ये साफ जाहिर होतो है कि बीएसपी अकेले ही पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. इसे बीजेपी ने भी स्वीकार कर लिया है, बीजेपी दूसरे और तीसरे नंबर पर आने के लिए चुनाव लड़ रही है.

19. बीएसपी सरकार आने पर गन्ना किसानों को उचित दाम और व्यापारियों को सुरक्षा दी जाएगी. सपा सरकार में व्यापारी सुरक्षित महसूस नहीं करते. बीएसपी सरकार में व्यापारियों की सुरक्षा और समस्याओं के लिए अलग से विभाग बनाया जाएगा.हमारी सरकार गरीबों को सरकारी जमीन के पट्टे देगी. सपा सरकार में जिन लोगों ने जमीनों पर कब्जा किया है उनको सूखा नही छोड़ा जाएगा. इस बार मूर्ति आदि स्थापित नहीं की जाएगी. सरकार प्रदेश को सुरक्षित और विकसित करने के काम करेगी.

20. हमारी सरकार में जनहित और जनकल्याण की सभी योजनाओं को फिर से लागू किया जाएगा जो बंद की गई हैं. सपा ने जो नाम बदले हैं उनको फिर से बहाल किया जाएगा. हम यूपी में गरीबों को आर्थिक मदद देंगे. सस्ता राशन और सस्ती बिजली दी जाएगी. स्कूलों में बच्चो को दूध बिस्किट, चना फल आदि दिए जाएंगें. छोटे कर्जों में डूबे गरीबों की मदद की जाएगी. एक लाख रुपये तक के सभी कर्जे माफ किए जाएंगे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement