
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो चचेरी बहनों के साथ गैंगरेप मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि 2 अभी भी फरार हैं. इस केस में 2 कॉन्स्टेबलों को भी सस्पेंड कर दिया गया है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बदायूं की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के भी निर्देश दिए.
CM अखिलेश ने पुलिस अधिकारियों की लगाई फटकार
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बदायूं की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के भी निर्देश दिए. इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजने के निर्देश दिए गए हैं जिससे जल्द से जल्द दोषियों को सजा दिलाई जा सके.
सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. पीड़ित परिवार को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने और मदद उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए हैं. हालांकि जब एक पत्रकार ने यूपी के सीएम से लॉ एंड ऑडर्र के बाबत सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि आप तो सुरक्षित हैं. और इतना कहते ही वो चल दिए.
मायावती ने साधा अखिलेश सरकार पर निशाना
मायावती ने लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'यूपी में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है. यूपी में जंगलराज है. इतनी बड़ी घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए.' उन्होंने यूपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इस मामले को लेकर सरकार गंभीर नहीं है.
उन्होंने सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'सपा के मंत्री गुंडागर्दी को बढ़ावा देते हैं और इनके मुखिया दावा करते हैं कि उत्तर प्रदेश में विकास हो रहा है.' इसके अलावा मायावती ने मोदी सरकार, उनके शपथग्रहण में बुलाए गए मेहमानों, स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने भाषण में वही बातें कहीं जो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कहा करते थे.
सीबीआई जांच की मांग
बदायूं में तीन दिन पहले दो नाबालिग बहनों की रेप के बाद हत्या की जांच के लिए शुक्रवार को महिला आयोग की टीम बदायूं जाएगी. आपको बता दें कि दो नाबालिग बहनों की रेप के बाद हत्या कर उनके शव को पेड़ से लटका दिया गया था. घर वालों का आरोप है कि इसमें पुलिस वाले भी शामिल है. परिजनों ने मांग की है कि इस कांड की सीबीआई से जांच कराई जाए. परिजनों के मुताबिक तभी कुछ दूध का दूध पानी का पानी हो पाएगा.
लोगों के आक्रोश को देखते हुए इलाके के थाना इंचार्ज समेत तीन पुलिसवालों का सस्पेंड कर दिया गया है. इनपर शिकायत के वावजूद आरोपियों पर कार्रवाई ना करने का आरोप है.
परिजन चाहें तो करूंगी बदायूं कांड की सीबीआई जांच की सिफारिश: मेनका
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने बदायूं के उसहैत क्षेत्र में दो किशोरियों की सामूहिक बलात्कार के बाद फांसी पर चढ़ाकर हत्या की घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए आज कहा कि अगर मृत लड़कियों के परिजन चाहें तो वह मामले की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश करेंगी. मेनका ने कहा कि बदायूं के कटरा सादतगंज गांव में गत मंगलवार की रात को दलित वर्ग की दो किशोरियों के साथ हुई बर्बरता के लिए पुलिस की ढिलाई भी बराबर की जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि पुलिस की शिथिलता की वजह से बच्चियों को जान गंवानी पड़ी. पुलिस अब भी सही कार्रवाई नहीं कर रही है.