
पूर्वांचल के कुल 28 जिलों के 34 लोकसभा सीटों के अंतर्गत 117 विधानसभा सीटे हैं. इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए सभी पार्टियों ने पूरा जोर लगा दिया. अब यूपी में केवल सातवें चरण का मतदान बचा हुआ है जिसमें 8 मार्च को 40 सीटों पर मतदान होना है.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी पूर्वांचल में अपनी पार्टी को ज्यादा से ज्यादा सीटें जितवाना चाहती हैं. इस मिशन में मायावती के कामयाब होने की एक मुख्य वजह हो सकते हैं पूर्वांचल में खासी पकड़ रखने वाले मुख्तार अंसारी. गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी साइकिल से उतड़कर हाथी पर बैठ चुके हैं.
मुस्लिम वोटों पर मायावती की नज़र
युपी चुनाव में बसपा, सपा-कंग्रेस गठबंधन के बीच मुस्लिम वोटों को लेकर मारामारी मची है. मायावती ने इस चुनाव में 97 मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं. इतनी बड़ी संख्या में मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारकर मायावती मुस्लमानों को मैसेज देना चाह रही हैं कि बीएसपी को मुसलमानों की सबसे ज्यादा फिक्र है.
रही बात पूर्वांचल की तो वहां मायावती के पास इलाके का सबसे प्रभावी नाम मुख्तार अंसारी है और वो इस सहारे पूर्वांचल इलाके से अधिक से अधिक सीटें निकालने की उम्मीद लगाए बैठी हैं. आखिरी चरण में वाराणसी और गाजीपुर जिलों की सीटे हैं. यहां मुख्तार अंसारी बीएसपी के लिए फादेमंदर साबित हो सकते हैं.
राज्य में मुसलमानों का मत प्रतिशत 19% है. मायावती को इस बात का भरोसा है कि अगर 23% दलित और 19% मुस्लिम मिल जाएं तो वे चुनावी यात्रा आसानी से पार कर जाएंगीं.