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स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा- दलितों की देवी बनना मायावती का ढोंग है

मायावती की बहुजन समाज पार्टी से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने गाली कांड पर कहा कि ये मायावती का निजी मामला है, लेकिन उन्होंने इसे पूरे दलित समाज से जोड़ने की कोश‍िश की.

स्वामी प्रसाद मौर्य स्वामी प्रसाद मौर्य
कुमार अभिषेक/रोहित गुप्ता
  • लखनऊ,
  • 24 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 10:29 PM IST

मायावती की बहुजन समाज पार्टी से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने गाली कांड पर कहा कि ये मायावती का निजी मामला है, लेकिन उन्होंने इसे पूरे दलित समाज से जोड़ने की कोश‍िश की.

आज तक से बातचीत में मौर्य ने कहा कि ये 5 साल तक मायावती को दलितों की याद नहीं आई, जब दलितों की हत्याएं होती रहीं, बलात्कार होते रहे, लाशों को पेड़ों पर टांगा गया, तब उन्हें धरना और आंदोलन याद नहीं आया. मौर्य ने कहा, 'दलितों की देवी बनना उनका दिखावा है, ढोंग है. इस गाली कांड में मायावती बैकफुट पर आई हैं. मायावती को सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय रैली करना पड़ रहा है. संसद छोडकर लखनऊ आना पड़ रहा है'

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हाल में बहुजन लोकतांत्रिक मंच के नाम से नई पार्टी बनाने वाले मौर्य ने कहा कि मायावती दलितों पर अत्याचार के वक्त चुप रही लेकिन एक टिपण्णी उनके खिलाफ हुई तो वो धरना प्रदर्शन पर उतर गई. गाली का जबाब गाली नहीं हो सकता. उन्होंने कहा, 'अगर वो दलितों के खिलाफ अपमान पर पहले धरना करती तो मैं बसपा नहीं छोड़ता. जब दलितों की हत्याएं बलात्कार हो रहे थे, तब वो कहां थीं? तब अगर वो दलितों के मुद्दे पर ये सब करती तो आज ये नौबत नहीं आती.

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