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बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा है कि समाजवादी पार्टी इसलिए गठबंधन की कोशिश कर रही है क्योंकि उसने मान लिया है कि वह कमजोर हो गई है. मायावती ने यह भी कहा है कि सपा जिन पार्टियों से गठबंधन करने की कोशिश कर रही है, उनके पास उत्तर प्रदेश में कोई आधार नहीं है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए मायावती ने कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक से बीजेपी को फायदा हो सकता था, अगर शांति हासिल हो जाती. लेकिन बॉर्डर पर लगातार फायरिंग हो रही है. बीजेपी आर्मी के हिस्से का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही है.
अखिलेश के साथ नए युवा नहीं
मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के भीतर चल रही लड़ाई से यादवों का वोट बैंक बंट जाएगा और मुस्लिम वोटर्स भी उस पार्टी को वोट देंगे जो बीजेपी को हराने की स्थिति में है. अखिलेश यादव के युवाओं को अपने साथ करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अखिलेश के साथ वहीं युवा हैं जो मुलायम के साथ थे. अखिलेश ने कुछ भी नया नहीं किया है बल्कि पुरानी योजनाओं का नाम बदल दिया है.
मायावती ने कहा कि रोहित वेमुला और उना में दलित के साथ हुआ मामला न सिर्फ यूपी चुनाव बल्कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी असर डालेगा. क्या किसी दलित के प्रधानमंत्री बनने का समय 2019 में आ सकता है, मायावती ने कहा कि समय आने दीजिए. मायावती ने कहा कि बीजेपी के पास सीएम कैंडिडेट तो छोड़िए यूपी चुनाव में 403 सीट के लिए कैंडिडेट के नाम भी नहीं हैं.
मायावती ने सपा और बीजेपी दोनों पर हिन्दू-मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर मोदी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, बल्कि मुस्लिमों में भी पढ़ी-लिखी महिलाएं हैं और इसे उनके ऊपर छोड़ देना चाहिए.