Advertisement

सपा जिनसे गठबंधन की कोशिश कर रही, उनका कोई आधार नहीं: मायावती

मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के भीतर चल रही लड़ाई से यादवों का वोट बैंक बंट जाएगा और मुस्लिम वोटर्स भी उस पार्टी को वोट देंगे जो बीजेपी को हराने की स्थिति में है.

मायावती मायावती
अभि‍षेक आनंद
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:49 AM IST

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा है कि समाजवादी पार्टी इसलिए गठबंधन की कोशिश कर रही है क्योंकि उसने मान लिया है कि वह कमजोर हो गई है. मायावती ने यह भी कहा है कि सपा जिन पार्टियों से गठबंधन करने की कोशिश कर रही है, उनके पास उत्तर प्रदेश में कोई आधार नहीं है.

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए मायावती ने कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक से बीजेपी को फायदा हो सकता था, अगर शांति हासिल हो जाती. लेकिन बॉर्डर पर लगातार फायरिंग हो रही है. बीजेपी आर्मी के हिस्से का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही है.

Advertisement

अखिलेश के साथ नए युवा नहीं
मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के भीतर चल रही लड़ाई से यादवों का वोट बैंक बंट जाएगा और मुस्लिम वोटर्स भी उस पार्टी को वोट देंगे जो बीजेपी को हराने की स्थिति में है. अखिलेश यादव के युवाओं को अपने साथ करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अखिलेश के साथ वहीं युवा हैं जो मुलायम के साथ थे. अखिलेश ने कुछ भी नया नहीं किया है बल्कि पुरानी योजनाओं का नाम बदल दिया है.

मायावती ने कहा कि रोहित वेमुला और उना में दलित के साथ हुआ मामला न सिर्फ यूपी चुनाव बल्कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी असर डालेगा. क्या किसी दलित के प्रधानमंत्री बनने का समय 2019 में आ सकता है, मायावती ने कहा कि समय आने दीजिए. मायावती ने कहा कि बीजेपी के पास सीएम कैंडिडेट तो छोड़िए यूपी चुनाव में 403 सीट के लिए कैंडिडेट के नाम भी नहीं हैं.

Advertisement

मायावती ने सपा और बीजेपी दोनों पर हिन्दू-मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर मोदी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, बल्कि मुस्लिमों में भी पढ़ी-लिखी महिलाएं हैं और इसे उनके ऊपर छोड़ देना चाहिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement