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कौन है मोईन कुरैशी जिसकी जांच की आंच में झुलसने लगे CBI के टॉप अफसर

मोईन कुरैशी देश का नामी मीट निर्यातक है. मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर कई एजेंसियां कुरैशी के कारोबार की जांच कर रही हैं. एक आंकड़े के मुताबिक 200 करोड़ की संपत्ति उसने विदेशों में जमा की है.

मोईन कुरैसी, मध्य में (फोटो-PTI) मोईन कुरैसी, मध्य में (फोटो-PTI)
रविकांत सिंह/अमित राय
  • नई दिल्ली,
  • 23 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 1:19 PM IST

सीबीआई के दो सीनियर अफसर आपस में ही भिड़ गए हैं. सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना एक-दूसरे पर घूस लेने के आरोप लगा रहे हैं. एक डिप्टी एसपी को इस मामले में गिरफ्तार तक कर लिया गया है. मामला इतना बड़ा हो गया है कि खुद पीएमओ हरकत में है. ये पूरा मामला शुरू हुआ देश के सबसे बड़े मीट कारोबारी मोईन कुरैशी की गिरफ्तारी के बाद.

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मोदी के आरोप के बाद, कुरैशी के ठिकानों पर पड़े थे छापे

मोईन कुरैशी मीट एक्सपोर्टर है, उस पर कर चोरी के कई आरोप लगे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में यह मुद्दा उस वक्त ज्यादा गरम हो गया जब नरेंद्र मोदी ने अपनी जनसभा में आरोप लगाए कि कुरैशी के संबंध कांग्रेस आलाकमान से हैं. इस वजह से ही यूपीए सरकार उस पर कार्रवाई नहीं कर रही है. इसके बाद कुरैशी के 15 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गई. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती गई कई बड़े लोग इसके लपेटे में आते गए. आरोप है कि कुछ लोगों को बचाने के लिए सीबीआई अफसरों को घूस दी गई.

बूचड़खाने से की थी शुरुआत

कुरैशी ने 1993 में रामपुर में एक बूचड़खाने से अपने कारोबार की शुरुआत की थी और 10 साल के भीतर ही वह देश का बड़ा मीट निर्यातक बन गया. कुरैशी 2017 में दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया था. उस समय वह दुबई भागने की फिराक में था. ईडी ने उससे कई बार पूछताछ की. आरोप था कि कुरैशी ने गलत तरीके से देश के पैसे बाहर भेजे हैं और वहां पर संपत्तियां खड़ी की हैं.

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दून में पढ़ाई

कुरैशी की पढ़ाई दून स्कूल में हुई. उसने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रैजुएशन किया. किसी से कैसे संबंध बनाए जाते हैं और उसे किस तरह चलाया जाता है, इसे कुरैशी से बेहतर कोई नहीं जानता. बताया जाता है कि वह एलुमिनाई मीट में सक्रिय रहता है जिससे लोगों से संबंध बने रहें. 2014 में जिन 15 ठिकानों पर छापेमारी की गई उनमें से एक दफ्तर सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर एपी सिंह की मां के घर से चलाया जा रहा था. एपी सिंह यूपीएससी के मेंबर बन चुके थे और मामला उछलने के बाद उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा था.

डायरी में भी आया था नाम

तत्कालीन सीबीआई डायरेक्टर से मिलने वालों की डायरी में भी मोईन कुरैशी का नाम आया था. डायरी के मुताबिक वह 70 बार डायरेक्टर से मिला था. उसकी पत्नी का नाम भी डायरी में दर्ज था. मामला सुर्खियों में आने के बाद देश की राजनीति गरम हो गई थी.

25 से ज्यादा कंपनियां

कुरैशी ने मीट कारोबार की सफलता के बाद 25 से अधिक कंपनियां बनाईं जो कंस्ट्रक्शन से लेकर फैशन से जुड़ी हैं लेकिन उसकी सबसे बड़ी कंपनी AMQ Agro ही है जो मीट का निर्यात करती है. कुरैशी ने 1995 में शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा से भी हाथ मिला लिया था लेकिन 2012 में पोंटी चड्ढा की हत्या के बाद उनके बेटे से वह अलग हो गया.

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फ्रेंच आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया फार्महाउस

कुरैशी का दिल्ली के छतरपुर में एक फार्महाउस है जिसे जाने माने फ्रेंच आर्किटेक्ट जीन लूइस डेनियट ने डिजाइन किया था. इसका डिजाइन इस क्षेत्र की जानी मानी पत्रिका एल डेकोर के कवर पेज पर छपा था.

बेटी की शादी के बाद आया था रडार पर

कुरैशी की बेटी पर्निया फैशन स्टोर चलाती है. उसकी शादी लंदन बेस्ड सीए अजीत प्रसाद के बेटे अर्जुन से हुई. यह परिवार पूर्व कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद के परिवार का करीबी माना जाता है. बेटी की शादी में फतेह अली खान को गाने के लिए बुलाया गया था. वह 56 लाख की विदेशी मुद्रा के साथ पकड़े गए थे. यह पैसे किसने दिए, कहां से आए इन सवालों की पड़ताल के बाद कुरैशी इनकम टैक्स के रडार पर आ गया. ईडी इस मामले की जांच कर रहा है कि कैसे उसने 200 करोड़ रुपए की संपत्ति विदेश में जमा की.

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