
महाराष्ट्र की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे का कहना है कि मीडिया को महिलाओं के खिलाफ अपराध को अत्यधिक कवरेज नहीं देना चाहिए क्योंकि यह आपराधिक मनोवृत्ति वाले लोगों में कुछ नया करने की ऊर्जा और आनंद का संचार करता है.
मीडिया को समझना होगा
मुंडे ने कहा कि मीडिया को उन खबरों को समझना चाहिए जो अपराधियों का महिमामंडन करती हैं और उन्हें हीरो की तरह महसूस कराती है. मुंडे ने कहा, ‘कितने समय तक हम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं जब समाज में आपराधिक मनोवृत्ति बढ़ रही है. महिलाओं की समूची स्थिति जैसी देखी जा रही है वो बद से बदतर होती जा रही है. छोटी-छोटी लड़कियां और यहां तक कि लड़के भी सुरक्षित नहीं हैं.’
ऐसी खबरों को ना दें ज्यादा तवज्जो
हाल की एक घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में एक पिता के अपनी ही बेटी से बलात्कार करने की शर्मनाक घटना सामने आई है. उन्होंने कहा, ‘जब एक पिता ही ऐसा कर सकता है तो उससे बुरा और क्या हो सकता है. मेरा मानना है कि इस तरह की खबरों को अत्यधिक कवरेज नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि यह उन लोगों में हीरो का भाव भरता है जो पहले से ही आपराधिक मनोवृत्ति के हैं. यह उन्हें कुछ नया करने की ऊर्जा और सुख देता है और वे इस तरह का अपराध करते हैं.’ मुंडे ने कहा कि समाचार को रिपोर्ट करने से पहले कुछ मामलों की संवेदनशीलता का खयाल रखा जाना चाहिए.
इनपुट: भाषा