
मंगलवार को भोपाल-उज्जैन एक्सप्रेस में हुए बम धमाके और लखनऊ में हुई मुठभेड़ के बाद एटीएस ने दो संदिग्ध आतंकियों गौस मोहम्मद उर्फ जीएम और अजहर को पकड़ने में कामयाबी हासिल की. दरअसल संदिग्ध आतंकी अजहर लखनऊ में आतंकी सैफुल्ला की घेराबंदी की जानकारी मिलते ही पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. अजहर की गिरफ्तारी में पुलिस के एक बिचौलिए ने अहम भूमिका निभाई थी.
भोपाल-उज्जैन एक्सप्रेस में हुए ब्लास्ट के तार जोड़ते हुए एटीएस अजहर तक पहुंच ही गई थी कि वह तलाक महल के रहमानी मार्केट में पुलिस और एटीएस की ज्वॉइंट टीम से बचकर भाग निकला. अजहर के भाग निकलने की जानकारी मिलते ही पुलिस और एटीएस की टीम ने उसकी धरपकड़ तेज कर दी थी.
अजहर के पिता से लगातार हो रही थी बातचीत
इसी दौरान पुलिस के एक बिचौलिए ने अजहर के पिता असगर से बात की. बिचौलिए ने अजहर के पिता से कई राउंड बातचीत की और आखिरकार अजहर को सरेंडर करने के लिए मनाने में कामयाब हो गया. बिचौलिए ने तय करवाया कि अजहर कानपुर के कर्नलगंज इलाके में सरेंडर करेगा.
अजहर को सता रहा था पुलिस के टॉर्चर का डर
बिचौलिए ने बताया कि दरअसल, अजहर को पुलिस के टॉर्चर का डर सता रहा था. बिचौलिए ने एटीएस को इस बारे में बताया और फिर अजहर को भरोसे में लिया गया. जिसके बाद उसने अपने पिता असगर के साथ गुरुवार सुबह एटीएस के एक अफसर के सामने सरेंडर कर दिया.
सरेंडर के बाद लखनऊ लेकर आई एटीएस
सरेंडर करने के बाद एटीएस टीम फौरन अजहर को लखनऊ लेकर आई. यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया कि खुफिया सूचना के बाद दोनों फरार आतंकियों गौस मोहम्मद उर्फ जीएम और अजहर को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा, फिलहाल गिरफ्त में आए सभी संदिग्धों से एटीएस की पूछताछ जारी है. जल्द इस बारे में कुछ और खुलासे हो सकते हैं.
आतंकी मचा सकते थे भारी तबाही
बताते चलें कि राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके स्थित हाजी कॉलोनी में मुठभेड़ के दौरान आतंकी सैफुल्लाह मारा गया था. जिस घर में सैफुल्ला रह रहा था, वहां से एटीएस ने काफी संदिग्ध सामान बरामद किया था. आतंकी के पास से मिला सामान इस बात की तस्दीक कर रहा है कि अगर आतंकी अपने खौफनाक मंसूबों में कामयाब हो जाते तो यह लोग देश में भारी तबाही मचा सकते थे.