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दिल्ली विश्विद्यालय से राजधानी के दो बड़े सदफरजंग अस्पताल के वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और राममनोहर लोहिया अस्पताल के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) जुड़ने जा रहे हैं. डीयू की एकेडमिक कॉउंसिल ने इन मेडिकल कॉलेजों के डीयू से जुड़ने का रास्ता भी साफ कर दिया है.
अभी तक यह दोनों ही मेडिकल कॉलेज दिल्ली सरकार की गुरु गोबिंद सिंह इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध थे, लेकिन अब इन दोनों मेडिकल कॉलेज की सम्बद्धता आईपी यूनिवर्सिटी से खत्म कर दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध की जाएगी. इन दो मेडिकल कॉलेजों के डीयू से जुड़ने के बाद डीयू में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 6 हो जायेगी. डीयू से अभी तक यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, मौलाना आजाद डेंटल कॉलेज और लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज ही जुड़े थे.
हालांकि सफदरजंग अस्पताल के स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर दोनों मेडिकल कॉलेजों के स्थानांतरण की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की है. एसोसिएशन का तर्क है कि इस फैसले से मेडिकल में सीटें कम हो जाएंगी, साथ ही प्रदेश कोटे की आरक्षित सीटें भी खत्म हो जाएंगी. दूसरी तरफ इस संबंध में केंद्र सरकार से डीयू के पास निर्देश भी भेजे जा चुके हैं. इन दोनों मेडिकल कॉलेजों को डीयू से जोड़ने की सिफारिश 8 अक्टूबर 2015 को की गई थी. लिहाजा अब 2016 और इसके बाद इन मेडिकल कॉलेजों से पढ़ाई करने वालो स्टूडेंट्स को डीयू की डिग्री मिलेगी.
डीयू सूत्रों के मुताबिक आगामी एग्जीक्यूटिव कॉउंसिल की मीटिंग में भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जायेगी. डीयू की एकेडमिक कॉउंसिल की मीटिंग में स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म के प्रस्ताव को भी सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. अब जल्द ही डीयू में स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म के तीन सेंटर खुलेंगे.