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अमरीश पुरी का डूडल बनाने वाला लड़का महज 20 साल का है, जानिए कैसे किया था ये कारनामा

इस शख़्स ने ये भी बताया कि आखिर क्यों उन्होंने अमरीश पुरी के सबसे शानदार किरदार मौगेम्बो का डूडल नहीं बनाया.

अमरीश पुरी डूडल अमरीश पुरी डूडल
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 जून 2019,
  • अपडेटेड 9:36 PM IST

बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित एक्टर्स में शुमार अमरीश पुरी का हाल ही में जन्मदिन था. बॉलीवुड के कई सितारों ने उन्हें इस मौके पर याद किया हालांकि कई फैंस तब हैरान रह गए जब गूगल ने अमरीश पुरी को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी 87वीं जन्मदिन सालगिरह पर एक खास डूडल शेयर किया था लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस डूडल को किसने बनाया था?

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दरअसल इस डूडल को देबांग्शु मौलिक ने बनाया है. उनकी इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक देबांग्शु अभी केवल 20 साल के हैं और वे पुणे में रहते हैं. उन्हें पेंटिंग्स का खासा शौक है और अपनी बेहतरीन ड्रॉइंग के चलते मौलिक के इंस्टाग्राम पर 40 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.

उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा  'पिछले महीने गूगल ने मुझे एक डूडल पर काम करने के लिए कहा था. वे दरअसल अमरीश पुरी के 87वीं जन्मदिन सालगिरह पर एक डूडल बनवाना चाहते थे. इस प्रोजेक्ट पर काम करना मेरे लिए काफी अच्छा अनुभव रहा. मैंने इस प्रोजेक्ट पर एक आर्ट डायरेक्टर के साथ काम किया है.  अमरीश पुरी के डूडल में ज्यादातर एलिमेंट्स हाथों द्वारा ही पेंट किए गए हैं. इसका एक कारण ये भी था कि हम बीते दौर की पुरानी बॉलीवुड फिल्मों के पोस्टर जैसी फील इस डूडल में दिखाना चाहते थे. दुर्भाग्य से मैं मोगैम्बो का डूडल नहीं बना पाया क्योंकि उस पर कॉपीराइट का मामला खड़ा हो सकता था.'

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उन्होंने लिखा कि 'सात साल पहले जब मैं नौवीं क्लास में था तो मैंने एक गूगल प्रतियोगिता में डूडल के लिए एक ड्राइंग भेजी थी. मैं उस प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाया था लेकिन इस प्रोजेक्ट के दौरान मेरे हाथ वे पुरानी तस्वीरें हाथ लगी हैं. इन्हें लेफ्ट स्वाइप कर देखा जा सकता है.'

ये दिलचस्प है कि इस शख़्स के पोस्ट को शेखर कपूर ने भी शेयर किया है. शेखर कपूर फिल्म मि. इंडिया के डायरेक्टर हैं. इसी फिल्म में ही अमरीश पुरी ने मोगैम्बो का किरदार निभाया था. शेखर कपूर ने देबांग्शु का पोस्ट शेयर किया और लिखा - 'मौगेम्बो खुश हुआ.' गौरतलब है कि अमरीश पुरी अपने इस डायलॉग के साथ ही भारत के सबसे यादगार विलेन के तौर पर पहचाने जाने लगे थे.

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