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पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में लगातार जांच जारी है और कई खुलासे भी होते जा रहे हैं. मामले में आरोपी मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स को लेकर पता चला है कि उसके मुख्य लेनदारों ने करीब 2500 करोड़ रुपए का लोन लिया था. जबकि उनकी सैलरी करीब 12000 रुपए से 15000 रुपए तक की ही थी.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, इसमें एशियन इम्पेक्स, प्रीमियर इंटरट्रेड और आयरिस मरकेनटाइल कंपनी के डायरेक्टर थे. जिन्होंने गीतांजलि की तरफ से जारी डिस्काउंट चेक का इस्तेमाल किया था.
जांच के अनुसार, ये तीनों फर्म अप्रत्यक्ष रूप से चोकसी के द्वारा ही मैनेज की जा रही थीं. इनका इस्तेमाल लोन की रकम को बांटने के लिए किया गया होगा. लेनदारों की भुगतान राशि पिछले एक साल में काफी बड़ी थी. 31 मार्च 2017 को ये राशि 3859 करोड़ थी, जबकि एक साल पहले ये सिर्फ 1548 करोड़ रुपए ही थी.
आपको बता दें कि हाल ही में नीरव मोदी को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ था. ईडी के मुताबिक, नीरव मोदी ने 17 फर्ज़ी कंपनियों का इस्तेमाल कर साल 2017 में 5921 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की.
'आजतक' को मिली जानकारी के अनुसार, नीरव मोदी ने अपनी तीन कंपनियों- डायमंड आर यूएस, स्टेलर डायमंड और सोलर एक्सपोर्ट्स के नाम पर फरवरी 2017 से मई 2017 के बीच 150 फर्ज़ी LoU के माध्यम से 6498 करोड़ रुपये पीएनबी से लिए. बता दें कि ये पैसा विदेशों में स्थित बैंकों की शाखाओं से गया था. इनके अधिकारियों से हाल ही में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पूछताछ की थी.
गौरतलब है कि 12700 करोड़ रुपए के इस घोटाले के बाद नीरव मोदी और मेहुल चोकसी देश से बाहर हैं. ईडी लगातार उनपर कार्रवाई कर रही है. वहीं भारत सरकार की तरफ से भी नीरव मोदी को वापस लाने की कोशिशें जारी हैं. हाल ही में ईडी को नीरव मोदी के विदेशी खातों की जानकारी मिलनी शुरू हो गई है.