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'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' और दहेज प्रथा के खिलाफ संदेश दे रहा है शादी का निमंत्रण कार्ड

नीलेश की शादी को लेकर सिन्हा परिवार ने जब निमंत्रण कार्ड लोगों के बीच पर बांटना शुरू किया तो दोस्तों और रिश्तेदारों ने उनकी काफी प्रशंसा की. इसकी वजह यह थी कि नीलेश के शादी के कार्ड पर कुछ ऐसा सामाजिक संदेश लिखा हुआ था जो शायद ही पहले किसी निमंत्रण कार्ड में देखने को मिला हो.

सिन्हा परिवार सिन्हा परिवार
रोहित कुमार सिंह/वरुण शैलेश
  • नई दिल्ली,
  • 25 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 3:49 PM IST

दरभंगा निवासी अवधेश कुमार सिन्हा के दूसरे बेटे नीलेश कुमार सिन्हा की शादी 27 अप्रैल को कंचन कुमारी से होनी तय हुई है. बेटे की शादी है और जाहिर सी बात है कि सिन्हा परिवार इस वक्त काफी खुश है. बेटे की शादी को लेकर परिवार ने विवाह कार्ड भी छपवाया है और अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को शादी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.

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नीलेश की शादी को लेकर सिन्हा परिवार ने जब निमंत्रण कार्ड लोगों के बीच पर बांटना शुरू किया तो दोस्तों और रिश्तेदारों ने उनकी काफी प्रशंसा की. इसकी वजह यह थी कि नीलेश के शादी के कार्ड पर कुछ ऐसा सामाजिक संदेश लिखा हुआ था जो शायद ही पहले किसी निमंत्रण कार्ड में देखने को मिला हो.

अवधेश कुमार सिंह ने अपने बेटे के शादी के कार्ड पर दहेज प्रथा और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर सामाजिक संदेश भी छपवाया है, जो दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच बांटा जा रहा है. शादी के कार्ड पर जिस जगह दूल्हा और दुल्हन का नाम लिखा हुआ है, उसके ठीक नीचे दहेज मुक्त और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का संदेश छापा गया है.

गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों दहेज प्रथा के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाया हुआ है और ऐसा लग रहा है कि इसका असर आम लोगों के जीवन में देखने को मिल रहा है. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी अभियान- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का लोगो भी कार्ड पर छपवाया गया है.

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नीलेश कुमार सिन्हा के शादी कार्ड को लेकर उनके बड़े भाई रितेश कुमार सिन्हा ने कहा, इस कार्ड के जरिए उन्होंने जनता को सामाजिक संदेश दिया है और बताया है कि उन्होंने इस शादी में कोई दहेज नहीं लिया है.

नीलेश कुमार की भाभी वंदना सिन्हा कहती हैं, जब परिवार के बीच शादी कार्ड छपवाने को लेकर बात हो रही थी तो सभी ने मिलकर यह फैसला किया कि वह बिहार और केंद्र सरकार के इन दो बड़े अभियान का संदेश वह अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच भी प्रचारित करेंगे. पूरे परिवार के इस फैसले के बाद ही नीलेश की शादी का कार्ड छपा जिस पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और दहेज प्रथा के खिलाफ संदेश भी छपवाया गया.

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