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अमेरिका का 'सैन्य दुस्साहस' स्वीकार नहीं, चीनी विदेश मंत्री ने रूस से की बात

चीन ने कहा कि 'सैन्य दुस्साहस' किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं हो सकता. चीन के विदेशमंत्री वांग यी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'इराक की संप्रभुता का आदर होना चाहिए. यूएन चार्टर (संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र) को मानते हुए क्षेत्रीय शांति बरकरार रखने की कोशिश करनी चाहिए. चीन और रूस अंतर्राष्ट्रीय शांति और इंसाफ को बरकरार रखने के लिए लगातार कोशिश करता रहेगा.

चीन ने अमेरिकी हमले पर जताई आपत्ति (पीटीआई) चीन ने अमेरिकी हमले पर जताई आपत्ति (पीटीआई)
aajtak.in
  • बीजिंग,
  • 04 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:20 PM IST

  • अमेरिका, सैन्य शक्ति के गलत इस्तेमाल पर रखे नियंत्रण: चीन
  • इराक की संप्रभुता का आदर होना चाहिए, यूएन चार्टर का करें सम्मान

चीन के विदेशमंत्री वांग यी ने अमेरिका को सैन्य शक्ति के गलत इस्तेमाल पर नियंत्रण रखने की सलाह दी है. वांग यी ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से फोन पर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'सैन्य दुस्साहस' किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं हो सकता. अपनी टेलीफोनिक बातचीत की जानकारी देते हुए उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'इराक की संप्रभुता का आदर होना चाहिए. यूएन चार्टर (संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र) को मानते हुए क्षेत्रीय शांति बरकरार रखने की कोशिश करनी चाहिए. चीन और रूस अंतर्राष्ट्रीय शांति और इंसाफ को बरकरार रखने के लिए लगातार कोशिश करता रहेगा.

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वहीं शनिवार को अपने ईरानी समकक्ष से बातचीत के दौरान वांग यी ने कहा कि अमेरिका को ताकत का 'गलत' इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, बल्कि उसे बातचीत के जरिए समाधान निकालना चाहिए.

वांग ने शुक्रवार को इराक में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का हवाला देते हुए जावद जरीफ से कहा, 'घातक अमेरिकी सैन्य अभियान अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मूल नियमों का उल्लंघन करता है और इससे क्षेत्र में तनाव तथा अशांति बढ़ेगी.'

बता दें कि बगदाद में शुक्रवार तड़के अमेरिकी ड्रोन हमले में कुद्स फोर्स के प्रमुख सुलेमानी की मौत हो गई थी. अमेरिका के इस कदम से क्षेत्र में अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है. ईरान ने इसका बदला लेने की बात कही है, वहीं चीन समेत कई देशों ने शांति बनाए रखने की अपील की है.

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मंत्रालय के अनुसार वांग ने जरीफ से बातचीत में कहा, 'चीन अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अधिक बल प्रयोग का विरोध करता है. सैन्य तरीकों के इस्तेमाल और अत्यंत दबाव बनाने का कोई मतलब नहीं है.'

चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य और ईरान का अहम सहयोगी है. वह ईरान से तेल का प्रमुख खरीदार है. पिछले सप्ताह ईरान, चीन और रूस ने ओमान की खाड़ी में संयुक्त नौसेना अभ्यास किया था और इस सप्ताह ईरान के विदेश मंत्री ने बीजिंग की यात्रा की थी.

सुलेमानी की मौत का अमेरिका से ‘यथोचित’ बदला लेगा ईरान

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर ने कहा है कि ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को मार कर वाशिंगटन ने तेहरान को “यथोचित' जवाब देने की चुनौती दी है.

सुलेमानी ईरान के अल-कुद्स बल के प्रमुख थे और शुक्रवार को बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के पास हुए अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.

भारत के खिलाफ आतंकी साजिश में शामिल था सुलेमानी, ट्रंप का दावा

सरकारी टेलीविजन ने रियर एडमिरल अली फदावी के हवाले से बताया, “हमले के बाद शुक्रवार सुबह... अमेरिकियों ने राजनयिक प्रयास बहाल किए.'

उन्होंने कहा, “अगर आप बदला चाहते हैं, तो आपको वैसा ही बदला मिलेगा, जैसा आप चाहते हैं.'

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