
इस वक्त 'रागिनी एमएमएस रिटर्न्स' वेब सीरिज की काफी चर्चा है. बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय ने अपनी वेब सीरिज के बारे में बातें की और कहा कि इस माध्यम के लिए सबसे बढ़िया बात यह है कि पहलाज निहलानी जैसों को नहीं झेलना पड़ता. उन्होंने सेंसर को डायनासोर कहते हुए वेब को राइटर्स का माध्यम बताया. बता दें कि विवेक इस वक्त 'इनसाइडर एज' वेब सीरिज कर रहे हैं.
शनिवार को इंडिया टुडे के माइंड रॉक्स में बताया कि अब उन्हें डिजिटल करने में काफी मजा आ रहा है. हालांकि पहले कई लोगों ने उन्हें ऐसा करने से मना किया था. विवेक के मुताबिक़ मेनस्ट्रीम एक्टर होने की वजह से कई लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोका. जबकि ये डिजिटल भविष्य है.
माइंड रॉक्स सेशन में विवेक के अलावा तनुज विरवानी और निधि सिंह ने भी बातें कीं. तनुज ने कहा, इन साइड एज में क्रिकेट रियल दिखाया गया है. मजा आया इसे करके. निधि सिंह ने कहा, परमानेंट रूममेट शो का कॉन्सेप्ट सुन कर पता नहीं था कि ये इतना हिट होगा. मेकर्स ने पहले कहा था कि इसके भविष्य के बारे में पता नहीं. कोई देखेगा भी या नहीं. परमानेंट रूममेट में सुमित व्यास के साथ काम करना अच्छा रहा. उन्होंने बताया वो रील लाइफ में मीकेश की तरह नहीं है. विवेक ने कहा, 'परमानेंट रूममेट' बहुत फनी है. बहुत बड़ा फैन हूं मैं इसका. निधि सिंह ने खुलासा किया कि एक बार आइफा में विवेक ने मुझसे कहा था, 'हाय, मैं विवेक हूं. मुझे आपका शो बहुत पसंद है.'
सेंसर आउटडेटेड है
तनुज ने बताया मेरा फर्स्ट डे शूट विवेक के साथ था. मैं डरा हुआ था. विवेक की वजह से सब अच्छे से हुआ. वेब सीरीज का आना एंटरटेंमेंट जगत के लिए अच्छा है. विवेक ने कहा, 125 करोड़ जनसंख्या है. कितने लोग थिएटर जाते हैं. ढ़ाई करोड़ लोगों के पास थिएटर की सुविधा है. डिजिटल ही भविष्य है. उन्होंने कहा, वेब सीरीज के लिए सबसे बढ़िया बात ये है कि आपको पहलाज निहलानी जैसों का सामना नहीं करना पड़ेगा. सेंसर बोर्ड आउटडेटेड है. जबकि तनुज ने कहा, वेब सीरीज राइटर्स का माध्यम है. इसमें नए टैलेंट को मौका मिलता है.
निहलानी से मिलकर ये कहना चाहता है कॉमेडियन
इससे पहले सेशन को खास बनाने पहुंचे मशहूर स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल ने बॉलीवुड और पॉलिटिक्स से जुड़े कई मसलों पर कॉमिक अंदाज में चोट की. कुणाल ने कहा, 'मुझे जो लोग गाली देते हैं, उनसे मुझे कोई समस्या नहीं है. मुझे मेरे हिस्से की आजादी है और उन्हें उनके हिस्से की. वो अपने मन की बात कह सकते हैं. सेंसर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी पर टिप्पणी करते कहा, 'अगर मैं कभी पहलाज निहलानी से मिला, तो उनसे पांच बार इंटरकोर्स शब्द कहने को कहूंगा.'
नोटबंदी पर कुणाल
यहीं नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नोटबंदी को भी उन्होंने अपने फन लाइनर्स का हिस्सा बनाया. उन्होंने कहा, अगर मैं प्रधानमंत्री मोदी होता और मुझसे नोटबंदी पर कुछ बोलने के लिए कहा जाता, तो मैं सिर्फ सॉरी कहता. इसी दौरान उन्होंने मोदी के नाम एक सलाह भी दी. उन्होंने कहा, मुझे प्रधानमंत्री को कोई सलाह देनी होती, तो मैं उनसे कहता कि Tinder डाउनलोड करें." यह भी कहा कि अगर आप कोई ओपनियन देते हैं तो आपको दूसरों के ओपिनियन सुनने के लिए भी तैयार रहना चाहिए.