
गन फैक्ट्री से पुलिस ने हथियार बनाने वाली मशीनों को बरामद किया है. पुलिस ने मौके से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवकों में एक मकान मालिक है और दो पिस्टल का निर्माण करने वाले कारीगर हैं. अवैध फैक्ट्री का खुलासा होने के बाद काफी संख्या में लोग आसपास जुट गए.
बुधवार को पुलिस गिरफ्त में आए मकान मालिक की पहचान बंगरा थाना क्षेत्र के गद्दोपुर निवासी मो मंजूर आलम के रूप में हुई है, वहीं दो अन्य मिस्त्री जो पिस्टल बनाने का काम करते थे उनकी पहचान मुंगेर जिला के मो अप्पू और सज्जन कुमार के तौर पर हुई है. समस्तीपुर सदर डीएसपी प्रीतिश कुमार के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि मोहम्मद मंजूर आलम अपने घर गद्दोपुर में समय-समय पर मुंगेर से कारीगर बुलाकर हथियार का निर्माण कराता था.
अपराधियों को बेचते थे हथियार
आरोपी अपराधियों को सप्लाई भी करते थे. डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से दो आरोपी मुंगेर के रहने वाले हैं. ये पेशेवर हथियार निर्माता और सप्लायर हैं. गिरफ्तार अपराधी अप्पू उर्फ इंजमामुल हक पहले भी दो बार मुंगेर के मुफस्सिल थाना के कांड में साल 2010 और 2014 में हथियार निर्माण के आरोप में जेल जा चुका है . समस्तीपुर में जिन अपराधियों को हथियार दिया गया है पुलिस ने उनके बारे में भी जानकारी निकाल ली है. पुलिस का दावा है कि उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
ऑर्डर मिलने पर करते थे काम
पुलिस ने यह भी पता लगाया है कि जब आरोपियों को बंदूक बनाने का ऑर्डर मिलता, तब ये औजार बनाने में जुट जाते थे. समस्तीपुर के गद्दोपुर में हथियार बनाए जाते थे और वहीं से उनका सप्लाई भी होता था. बदमाश आरोपियों से हथियार लेने के लिए संपर्क करते, जिसके बाद आरोपी बदमाशों को हथियार सप्लाई करते.
ये सामान हुए बरामद
मिनी गन फैक्ट्री से पिस्टल निर्माण का सामान भारी मात्रा में बरामद किया गया है. पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री से एक पूर्ण निर्मित पिस्टल के साथ साथ 6 अर्धनिर्मित पिस्टल, तीन मैगजीन, एक बैरल एक ड्रिल मशीन और हथियार निर्माण में इस्तेमाल होने वाले अन्य उपकरणों को बरामद किया है. आरोपियों के पास से 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं.
अन्य जगहों पर भी हो रही है छापेमारी
समस्तीपुर पुसिस का कहना है कि खुफिया सूचना और सर्विलांस के बाद ये बात सामने आई थी कि बंगरा थाना क्षेत्र के गद्दोपुर में एक मिनी गन फैक्ट्री चल रहा है. उसके बाद एक टीम गठित की गई और छापेमारी की गई. अन्य जगहों पर भी छापेमारी की जा रही है.
(समस्तीपुर से जहांगीर आलम की रिपोर्ट)