
मध्य प्रदेश में जहां एक ओर भारी बारिश और बाढ़ से लोग परेशान हैं तो वहीं इससे हुए नुकसान की जल्द भरपाई होने में भी अब समय लग सकता है. दरअसल नुकसान का आंकलन करने के लिए प्राथमिक तौर पर जिन पटवारियों की जिम्मेदारी रहती है वो हड़ताल पर चले गए हैं. कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी के बयान विरोध में हड़ताल पर चले गए हैं.
पटवारियों के हड़ताल पर रुके काम
हालही कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने इंदौर कलेक्टर के सामने बयान में पटवारियों को रिश्वत लेने वाला बताया था. वहीं इंदौर में ही दिग्विजय सिंह ने भी बुधवार को पटवारियों को लेकर जो बयान दिया. उसके बाद गुरुवार से मध्यप्रदेश पटवारी संघ के बैनर तले पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं. पटवारियों के हड़ताल पर जाने के कारण नक्शा, बंटान, खसरा, खतौनी जैसे काम गुरुवार को हो नहीं पाए.
जीतू पटवारी मांगे माफी
दरअसल मंत्री जीतू पटवारी के बयान से नाराज पटवारी संघ ने चेतावनी दी थी कि मंत्री यदि सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते तो 3 अक्टूबर से पटवारी हड़ताल पर चले जाएंगे और आज जब इसकी मियाद खत्म हो गयी तो पटवारी हड़ताल पर चले गए. राजधानी भोपाल में भी 100 से ज्यादा पटवारियों ने हड़ताल के दौरान विरोध स्वरूप अपने भूमि अभिलेखों से सम्बंधित बस्ते गुरुवार को सम्बंधित तहसीलदार के पास जमा करा दिए.
मध्य प्रदेश में बाढ़ से किसान और बाढ़ पीड़ित कमलनाथ सरकार की तरह आशा भरी नजर से देख रहे है कि सरकार जल्द राहत राशि प्रदान करे पर आंकलन करने वाले पटवारियों के हड़ताल पर जाने से फिलहाल राहत राशि जल्द मिलने की उम्मीद पर संकट के बादल दिखाई दे रहे हैं.