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फिर आयकर विभाग के दफ्तर नहीं पहुंचीं लालू की बेटी, वकील ने सुरक्षा को बताया कारण

आयकर विभाग की जांच में पाया गया कि मीसा भारती ने दिल्ली में सैनिक फॉर्म और विजबासन में जो जमीन खरीदी वो बाजार रेट से काफी कम दाम में खरीदी गई. ये जमीन उस वक्त खरीदी गई जब यूपीए सरकार में मीसा भारती के पिता लालू प्रसाद यादव मंत्री थे.

मीसा भारती मीसा भारती
शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2017,
  • अपडेटेड 2:12 PM IST

आयकर विभाग ने लालू यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश को आज आयकर विभाग के दिल्ली ऑफिस मे पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन पिछले बार की तरह इस बार भी वो नहीं पहुंचीं. मीसा भारती के वकीलों ने इसके लिए मीडिया को दोषी ठहराया. वे आए और आयकर विभाग के अधिकारियों से मिले और कहा कि मीडिया के कारण मीसा नहीं आ रही हैं. दिल्ली के झंडेवालान कॉम्प्लेक्स में आयकर विभाग के कार्यालय में आना उनकी सुरक्षा से समझौता होगा. आयकर विभाग अब यह तय करेगा कि क्या फिर से नोटिस जारी किया जाए या दिल्ली पुलिस की मदद ली जाए.

23 मई को आयकर विभाग ने दिल्ली में हवाला कारोबारी, सीए और उन लोगों के ठिकानों पर रेड की थी जिन्होंने मीसा भारती के लिए शेल कपंनी बनाई. इसके अलावा उन शेल कपंनी को करोड़ों का लोन दिया और दिल्ली की महंगी जमीन सस्ते दाम में मीसा भारती को दिलाई.

गौरतलब है कि इसी छापे के बाद 24 मई को आयकर विभाग ने बेनामी जमीन एक्ट और आय से अधिक सम्पति के मामले में समन जारी किया और 6 जून को पूछताछ के लिए मीसा भारती को बुलाया था वहीं 7 जून को मीसा के पति शैलेश को. 20 मई को ईडी ने एक सीए राजेश अग्रवाल को 8 हजार करोड़ के हवाला केस में गिरफ्तार किया था. राजेश के ऊपर आरोप था की उसने दिल्ली के कुछ बिजनेसमैन और नेताओं के लिए शेल कपंनी बनाई और उन बिजनेसमैन और नेताओं की ब्लैक मनी को सफेद किया.

राजेश अग्रवाल के ऊपर ये भी आरोप है कि मीसा भारती की एक सेल कम्पनी को कर चोरी कराने में भी उनकी मदद की. बता दें कि आयकर विभाग ने अपनी शुरुआती जांच में पता किया की दिल्ली के सैनिक फॉर्म और विजबासन में दो जमीन की खरीद फरोख्त की गई जिसमें काला धन और शेल कपंनी का इस्तेमाल किया गया.

ईडी जांच में पाया गया कि राजेश अग्रवाल ने दिल्ली के दो जैन भाइयों के काले धन की मनी लांड्रिंग की. राजेश अग्रवाल वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन को ईडी PMLA के केस में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. ईडी ने एक बयान जारी करके कहा था कि राजेश अग्रवाल ने जैन भाइयों और एक शेल कंपनी जगत PVt Ltd के काले धन को सफेद बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है.

सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि ईडी ने अपने बयान में कहा था कि राजेश अग्रवाल ने मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर कम्पनी के लिए भी काम किया है. आयकर जांच में सामने आया की मिशेल कपंनी में मीसा भारती निदेशक रह चुकी हैं. आयकर विभाग ने इस मिशेल कपंनी के साथ करीब दो दर्जन कंपनी की जांच करीब 1000 करोड़ की जमीन खरीद-फरोख्त के मामले में भी कर रही है.

आपको याद दिला दें कि आयकर विभाग की जांच में सामने आया है कि जैन भाइयों की जगत प्रोजेक्ट प्राइवेट कपंनी के 62 करोड़ के काले धन को सफेद किया गया, वो भी 26 शेल कपंनी बनाकर. जैन भाइयों को ईडी ने 8 हजार करोड़ के हवाला मामले में मार्च में गिरफ्तार किया था.

आयकर विभाग की जांच में पाया गया कि मीसा भारती ने दिल्ली में सैनिक फॉर्म और विजबासन में जो जमीन खरीदी वो बाजार रेट से काफी कम दाम में खरीदी गई. ये जमीन उस वक्त खरीदी गई जब यूपीए सरकार में मीसा भारती के पिता लालू प्रसाद यादव मंत्री थे. बता दें कि बेनामी संपत्ति एक्ट नवंबर से कानून बन गया है जिसके तहत 7 साल की सजा का प्रावधान भी है.

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