
टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान शानदार फॉर्म में चल रहा है. अभी पिछले दिनों ही उसने ऑस्ट्रेलियाई टीम को 2-0 से हराकर 20 सालों बाद सीरीज जीती थी अब उसने उनके पड़ोसी देश न्यूजीलैंड को पहले टेस्ट में हरा दिया. इसके साथ ही मिसबाह-उल-हक सबसे सफल पाकिस्तानी टेस्ट कप्तान भी बन गए हैं.
पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को पहले क्रिकेट टेस्ट में 248 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली. पाकिस्तान को मैच जीतने के लिये दो विकेट की जरूरत थी लेकिन इसके लिये उसे 16.3 ओवर इंतजार करना पड़ा. अपने बुधवार के स्कोर आठ विकेट पर 174 रन से आगे खेलते हुए न्यूजीलैंड ने 70.3 ओवर में 231 रन बनाये. पाकिस्तान की यह लगातार तीसरी टेस्ट जीत है.
न्यूजीलैंड के मार्क क्रेग और ईश सोढी (63) ने पाकिस्तान का इंतजार लंबा कराया. दोनों हालांकि हार को टाल नहीं सके. क्रेग को लेग स्पिनर यासिर शाह ने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर 28 के स्कोर पर बोल्ड किया.
सोढी ने हालांकि आखिरी विकेट के लिये 11वें नंबर के बल्लेबाज ट्रेंट बोल्ट के साथ 54 रन जोड़े. बोल्ट ने नाबाद 19 रन बनाये. सोढी ने अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया. उन्हें तेज गेंदबाज इमरान खान ने पगबाधा आउट किया. इमरान ने 37 रन देकर दो विकेट लिये जबकि शाह को तीन विकेट मिले. पाकिस्तान ने पहली पारी तीन विकेट पर 566 रन पर घोषित की थी जिसमें अहमद शहजाद ने कैरियर की सर्वश्रेष्ठ 176 रन की पारी खेली जबकि मिसबाह ने भी शतक जमाया. दूसरी पारी में मोहम्मद हफीज ने भी जुलाई 2012 के बाद पहला टेस्ट शतक बनाया.
मिसबाह ने तोड़ा इमरान, मियांदाद का रिकॉर्ड
इस जीत से मिसबाह-उल-हक पाकिस्तान के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी हो गए जिन्होंने 33 टेस्ट में 15 जीत दर्ज की. इससे पहले 14 जीत का रिकार्ड इमरान खान और जावेद मियांदाद के नाम था. हालांकि इमरान अब भी पाकिस्तान की ओर से सबसे अधिक टेस्ट में कप्तानी करने वाले क्रिकेटर हैं. उन्होंने 48 टेस्ट में कप्तानी की है. इमरान के बाद जावेद मियांदाद 34 टेस्ट फिर 33 टेस्ट के साथ मिसबाह का नंबर है. गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से अब तक 30 क्रिकेटरों ने टेस्ट मैच में कप्तानी की है.
एशिया में नाकाम न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया
एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें एशियाई स्पिनरों का सामना करने में नाकाम रहीं. न्यूजीलैंड ने हालांकि यहां खेले गए 13 में से छह टेस्ट गंवाये, दो जीते और पांच ड्रॉ खेले. वहीं आस्ट्रेलिया ने एशिया में 15 में से 10 टेस्ट गंवाये, एक जीता और चार ड्रॉ खेले.