
कहते हैं सपनों में अगर दम हो और हौसलों मे उड़ान तो मंजिल दूर नहीं. दिल में कुछ ऐसा कर गुजरने की चाहत लिए जिसकी वजह से दुनिया आपको सलाम करे अक्सर इतना आसान नहीं होता. लेकिन राहें जितनी भी मुश्किल भरी क्यों न हो सच्ची लगन और जज्बे के साथ कुछ भी नामुमकिन नहीं है.
कुछ ऐसी ही कहानी है मिस इंडिया मानूषी छिल्लर की. बचपन से मिस इंडिया बनने का अरमान लिए मानूषी ने अपनी पढ़ाई और बाकी चीजों में कोई कसर नहीं छोड़ी. मेडिकल की पढ़ाई करते-करते मानूषी का सेलेक्शन मिस इंडिया के लिए हुआ. अपने खान-पान से लेकर अपने लुक्स बॉडी लैंग्वेज और अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई और क्लासेस के बीच में मैनेज करना मानूषी के लिए आसान नहीं था. मानूषी की लाइफ तीन महीने तक काफी डिस्पिलिंड रही.
कहते हैं कि कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है. मिस इंडिया का ताज अपने सर पर सजाने के लिए मानूषी को काफी कुर्बानियां भी देनी पड़ी. मिस इंडिया बनने के बाद जब मानूषी दिल्ली में तिमारपुर स्थित अपने घर पहुंची तो वहां उनका भव्य स्वागत किया गया.
एक खास बातचीत में मानूषी ने बताया- 'मैंने काफी मेहनत की है यहां तक पहुंचने के लिए. मुझे मीठा खाने का बहुत शौक था. खासतौर से लड्डू मुझे बहुत पसंद थे. सवेरे 4 बजे उठ कर वर्कआउट करना, कॉलेज जाना फिर क्लासेस अटेंड करना. कई बार लगता था कि ये मेरे साथ क्या हो रहा है, लेकिन अब जब मैं पीछे मुड़ के देखती हूं तो सबकुछ वर्थ इट था.'
मानूषी अब पूरे जी जान से मिस वर्ल्ड की तैयारियों में जुट गई हैं. मानूषी ने बताया- 'अभी मेरा पूरा फोकस मिस वर्ल्ड पैजेंट पर है. मैं कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती हूं क्योंकि जिस मिस वर्ल्ड ताज के लिए पूरे देश ने 17 साल इंतजार किया है वो मैं अपने देशवासियों के लिए जितना चाहती हूं क्योंकि अब ये सिर्फ अकेले मेरा पैजेंट नहीं है पूरे इंडिया का पैजेंट है.'
मानूषी बहुत जल्द चाइना में होने वाले मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट में इंडिया को रिप्रेजेंट करेंगी.