
देश की राजधानी दिल्ली से गायब हुए युवक की हत्या के बाद लोगों ने पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर कंझावला रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया. कई घंटों तक जाम लगा रहा. इसकी सूचना मिलने पर वहां पुलिस के आलाधिकारी पहुंच गए. उन्होंने नाराज लोगों को समझाया और उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया.
जानकारी के मुताबिक, यह मामला सुल्तानपुरी इलाके का है. वहां चार दिन पहले एक युवक अपने घर से गायब हो गया था. उसका शव दिल्ली से सटे गाजियाबाद में मिला. मृतक के परिजनों का आरोप है यदि पुलिस समय रहते उचित एक्शन लेती, तो शायद आज वह जिंदा होता. उसका अपहरण करने वाले पुलिस की गिरफ्त में होते.
27 वर्षीय राहुल अपने परिवार के साथ सुल्तानपुरी थाना इलाके के कृष्ण विहार इलाके में रहता था. 7 नवंबर को राहुल अपने ई-रिक्शा के शोरूम से निकला, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटा. उसका फोन भी बंद हो गया. उस शाम राहुल ने अपने एक साथी को मैसेज कर बताया कि वह विजेंदर और शीलू नाम के दो लोगों के साथ है.
उन लोगों की हरकतों पर उसे शक हो रहा है. राहुल के साथी ने उसके परिजनों को ये बात बताई. इसके बाद परिवार ने सुल्तानपुरी थाने में इसकी सूचना देते हुए प्रार्थना पत्र दिया. पुलिस को बताया गया कि राहुल विजेंदर और शीलू नामक दो लोगों के साथ गया हुआ है. उसके साथ कोई अनहोनी हो सकती है. पुलिस उनकी तलाश करे.
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की और उन्हें यूपी के कई जिलों में लेकर घूमती रही. इसके बाद भी राहुल का कोई पता नहीं चला और बीते शुक्रवार को गाजियाबाद पुलिस ने सुल्तानपुरी थाना से संपर्क करके बताया कि उनके इलाके में राहुल की लाश मिली है. उसके शरीर पर गोलियों के निशान हैं.
यह सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित किया. परिजनों ने पुलिस से राहुल का शव लिया, लेकिन उसे लेकर कंझावला रोड जाम लगा दिया. परिजनों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है. मृतक ई रिक्शा बेचने का शोरूम चलाता था.